यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में एक मालवाहक जहाज को हाईजैक कर लिया है. इस जहाज के चालक दल को बंधक बना लिया गया है. इस पूरे घटनाक्रम को बीच समंदर में अंजाम दिया गया है. यमन ने एक वीडियो जारी किया गया है. इसमें देखा जा रहा है कि एक हेलिकॉप्टर अचानक जहाज के ऊपर आता है. कुछ ही देर में बंदूक लिए हूती विद्रोही उतरते हैं और पॉजीशन ले लेते हैं. ये लोग जहाज के एंट्री गेट तक पहुंचते हैं और गोलियां चलाना शुरू कर देते हैं.
वीडियो में देखा जा रहा है कि सबसे पहले चालक को बंधक बना लिया जाता है. बाद में ये जहाज को आगे ले जाते हैं. आसपास कुछ नावें भी चलती देखी जा रही हैं. बता दें कि विद्रोही संगठन हूती को ईरान का भी समर्थन प्राप्त है. रविवार को हूती विद्रोही बीच समंदर तैर रहे मालवाहक जहाज 'गैलेक्सी लीडर' पर हेलिकॉप्टर से उतरे थे. उन्होंने चालक दल के 25 सदस्यों को बंधक बनाया और पूरी शिप को कब्जे में ले लिया था. उसे लेकर यमन के एक बंदरगाह पर पहुंचे थे. हूती ने एक बयान जारी कर इस शिप हाईजैकिंग की जिम्मेदारी ली है.
'जहाज पर कई देशों के मेंबर्स मौजूद थे'
यमन ने वीडियो फुटेज जारी किया है, जिसमें दिखाया गया है कि हूती ने लाल सागर में इजरायली ध्वज वाले जहाज को जब्त कर लिया. वीडियो में देखा जा सकता है कि यमन के हूती ने एक हेलिकॉप्टर का उपयोग करके अपने लड़ाकों को जहाज पर उतारा और उसे अपने कब्जे में ले लिया. बताया गया कि इस जहाज पर यूक्रेन, बल्गेरिया, फिलिपींस और मैक्सिको समेत कई देशों के क्रू मेंबर मौजूद थे.
'तुर्किए से भारत जा रहा था मालवाहक जहाज'
बताते चलें कि ये जहाज तुर्की से भारत जा रहा था. इजरायल ने जहाज के अपहरण के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है. जबकि इसे पूरी दुनिया के लिए सबसे गंभीर घटना बताया है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि ब्रिटिश स्वामित्व वाले जापानी मालवाहक जहाज को ईरान के सहयोगी हूती लड़ाकों ने हाईजैक कर लिया. वहीं, फिलिस्तीन समर्थित हमास ने हूती लड़ाकों को इस हाईजैक के लिए शुक्रिया कहा है. अधिकारियों का कहना है कि जहाज पर कोई भी इजरायली नागरिक नहीं है. दावा किया जा रहा है कि इजरायली नागरिकों को बंधक बनाने के उद्देश्य से इस मालवाहक जहाज को किडनैप किया गया है.
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हूती ने क्या कहा...
हूती प्रवक्ता याह्या सारी ने एक बयान में कहा, हमारे लड़ाकों ने लाल सागर में एक सैन्य अभियान चलाया और इजरायली जहाज को जब्त कर लिया. उसे यमनी तट पर ले जाया गया है. जहाज के चालक दल के साथ इस्लामिक नियमों और मूल्यों के अनुसार व्यवहार किया जा रहा है. हूती ने बार-बार धमकी दी थी कि वो गाजा में हमास के खिलाफ इजरायल की 'क्रूर आक्रामकता' के खिलाफ लाल सागर में तेल अवीव से संबंध रखने वाले जहाजों को निशाना बनाएगा.
इजरायल बोला- जहाज से हमारा कोई संबंध नहीं
हूती का कहना है कि उसने इजरायल से संबंध होने के कारण 'गैलेक्सी लीडर' नाम के जहाज का अपहरण किया और चालक दल के सदस्यों को बंधक बनाया. हालांकि, इजरायल ने हूती के दावों को सिरे से नकार दिया. इजरायल ने इस घटना के लिए ईरान को दोषी ठहराया और कहा, हाईजैक किए गए जहाज का इजरायल से कोई संबंध नहीं है. इजरायल रक्ष बल ने एक बयान में 'गैलेक्सी लीडर' के अपहरण की निंदा की.
हूती विद्रोही यमन में गृह युद्ध लड़ रहे हैं
हूती समूह सुन्नी-प्रभुत्व वाली सरकार का विरोधी है और 2004 से यमनी सरकार के साथ छह युद्ध लड़ चुका है. हुसैन बदरेद्दीन अल-हूती के नेतृत्व में इस समूह ने 2004 में अब्दुल्ला सालेह सरकार के खिलाफ विद्रोह किया था और उसी वर्ष सितंबर में यमनी सेना द्वारा बदरेद्दीन अल-हूती मारा गया. अब इस समूह का नेतृत्व अब्दुल मलिक अल-हूती के पास है. हूती विद्रोही समूह ने 2014 में यमन की राजधानी सना पर कब्जा कर लिया और वहां की चुनी हुई सरकार को निर्वासन के लिए मजबूर कर दिया. तब से, वे सऊदी के नेतृत्व वाले सुन्नी अरब देशों के गठबंधन के खिलाफ गृह युद्ध लड़ रहे हैं.