यमन स्थित विद्रोही समूह हूती द्वारा व्यापारिक जहाजों पर हमलों के कारण लाल सागर में तनाव लगातार बढ़ रहा है. इस बीच यमन के राष्ट्रपति परिषद के उप नेता ने कहा है कि उसके सैन्य बलों को विद्रोही समूह के खिलाफ जमीनी अभियान शुरू करने के लिए विदेशी मदद की जरूरत है. एएफपी ने एदारस अल-जुबैदी के हवाले से कहा, लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय व्यापार मार्ग को सुरक्षित करने के लिए एक इंटरनेशनल और रीजनल अलायंस है.
हूती ने शुक्रवार सुबह दावा किया कि उनकी नेवल यूनिट (नौसेना) ने अदन की खाड़ी (Gulf of Aden) में एक अमेरिकी जहाज पर मिसाइल हमला किया. इसके बाद अमेरिका ने यमन में हूती ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की. समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, यूनाइटेड स्टेट्स सेंट्रल कमांड ने कहा है कि जहाज को कोई नुकसान नहीं हुआ और न ही कोई घायल हुआ. हूती नेवल यूनिट की ओर से दागी गई मिसाइल जहाज को हिट करने से चूक गई.
अमेरिकी जहाज जेनको पिकार्डी पर इस सप्ताह दूसरी बार हमला
अमेरिका द्वारा हूती एंटी-शिप मिसाइलों के खिलाफ ताजा हमले शुरू करने के एक दिन बाद विद्रोही गुट की ओर से उसकी जहाज को निशाना बनाया गया. हूती की ओर से लाल सागर में व्यापारिक जहाजों पर हाल के हमलों से एशिया और यूरोप के बीच व्यापार प्रभावित हो रहा है, जिससे इन दोनों महाद्वीपों के प्रमुख राष्ट्रों में चिंता पैदा हो रही है. अमेरिकी जहाज जेनको पिकार्डी को इस सप्ताह दूसरे हमले का सामना करना पड़ा, जिससे अदन की खाड़ी में तनाव पैदा कर दिया.
लाल सागर में जहाजों पर हूती के हमले गाजा में हमास के खिलाफ इजरायली हमलों की प्रतिक्रिया के रूप में सामने आए हैं. लाल सागर में जहाजों पर हूती के हमले गाजा में हमास के खिलाफ इजरायली हमलों की प्रतिक्रिया के रूप में सामने आए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गुरुवार को कहा कि अमेरिकी एयर स्ट्राइक के बावजूद हूती विद्रोहियों के हमले रुके नहीं हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि लाल सागर में अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक मार्गों की सुरक्षा के लिए अमेरिकी सैन्य प्रतिक्रिया जारी रहेगी.
एशिया-यूरोप के लिए क्यों जरूरी है लाल सागर का व्यापारिक मार्ग?
लाल सागर में जिस व्यापारिक मार्ग को हूती विद्रोहियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है, वह दुनिया के लगभग 15% शिपिंग को संभालता है. यह रूट यूरोप और एशिया को जोड़ने के लिए महत्वपूर्ण है. अगर व्यापारिक जहाजें लाल सागर और स्वेज नहर से गुजरने की बजाय दक्षिण अफ्रीका के केप ऑफ गुड होप से गुजरती हैं तो यात्रा में 10-14 दिन अधिक लगते हैं.
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के अध्यक्ष बोर्गे ब्रेंडे के अनुसार, हूती के हमलों का ग्लोबल सप्लाई चेन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. भारत जैसे तेल आयातक देशों के लिए तेल की कीमतों में 10-20 डॉलर प्रति बैरल तक की वृद्धि हो सकती है. अमेरिका ने यमन स्थित हूती विद्रोहियों को आतंकवादी समूह घोषित किया है और उसके ठिकानों को निशाना बना रहा है. यमन में हूती ठिकानों पर अमेरिका और ब्रिटेन के हमलों से क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है.