यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में अमेरिका से सीधी लड़ाई छेड़ दी है. बीते शनिवार से सोमवार तक अमेरिका ने हूती विद्रोहियों के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की, जिसमें कई लोग मारे मारे गए. मंगलवार को हूती विद्रोहियों ने दावा किया कि उन्होंने पिछले 48 घंटों में अमेरिकी युद्धपोतों पर तीन बार हमला किया. इसी बीच एक सऊदी मीडिया आउटलेट ने बताया कि अमेरिकी नेवी ने लाल सागर में ईरानी टोही जहाज जाग्रोस को डूबो दिया है.
अमेरिका और हूती के बीच छिड़ी इस सीधी लड़ाई में हूती विद्रोही कहां ठिकते हैं और कितने ताकतवर हैं. बताया जाता है कि हूती विद्रोहियों के पास करीब 1 से 1.5 लाख लड़ाके हैं. इनके पास कई खतरनाक हथियार भी हैं, जिनमें ड्रोन और मिसाइल शामिल हैं. कई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हूतियों के पास एक हजार से ज्यादा ईरानी मिसाइल हैं और हूती विद्रोहियों को हिज्बुल्लाह ट्रेनिंग भी देता है.
'बच्चों को भर्ती करता है हूती'
US के मुताबिक, हूती विद्रोही अपने गुट में बच्चों की भी भर्ती करता है. 2020 की लड़ाई में 15 सौ से ज्यादा बच्चे मारे गए थे. इससे दो साल पहले एक रिपोर्ट में बताया गया था कि ईरान हूती विद्रोहियों को मिसाइल दे रहा है जो कि इंटरनेशनल कानूनों का सीधा उल्लंघन है. हालांकि, ईरान ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था.
साथ ही अमेरिका और सऊदी अरब आरोप लगाते रहे हैं कि ईरान ने हूती विद्रोहियों को बैलिस्टिक मिसाइलें दी थी. उन्होंने ये भी दावा किया कि इन्हीं मिसाइलों से हूती विद्रोहियों ने साल 2017 में रियाद पर हमला किया था, लेकिन इन सभी मिसाइलों को हवा में ही मार गिराया था. ईरान पर हूती विद्रोहियों को क्रूज मिसाइल और ड्रोन देने का आरोप भी लगता है. हूती विद्रोहियों के पास कम रेंज वाली मिसाइल भी हैं.
इंटरनेशनल शिपिंग्स पर 100 से ज्यादा हमले
वहीं, नवंबर 2023 से हूतियों ने इंटरनेशनल शिपिंग्स पर 100 से अधिक हमले किए, जिससे वैश्विक व्यापार को काफी नुकसान हुआ. हूतियों का कहना है कि ये हमले गाजा में इजरायल-हमास युद्ध के चलते फिलिस्तीनियों के समर्थन में किए.
आपको बता दें कि यमन में सबसे ज्यादा ताकतवर हूती विद्रोही ही हैं. अब्दरब्बुह मंसूर हादी ने प्रेसिडेंशियल लीडरशिप काउंसिल को शक्ति सौंप दी थीं. ये काउंसिल सऊदी अरब से काम करती है. इसको ही यमन की आधिकारिक सरकार माना जाता है. ये भी माना जाता है कि हूती विद्रोही ही यमन को चलाते हैं. ये उत्तरी यमन में टैक्स वसूलते हैं. इनकी अपनी करंसी भी है.