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जेलेंस्की की हत्या या पुतिन की जाएगी सत्ता? इन 5 परिस्थितियों में खत्म होगा युद्ध!

रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध कब तक चलेगा? रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग जब खत्म होगा तो क्या स्थिति होगी? क्या यह युद्ध और भी देशों को अपनी चपेट में ले सकता है?

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रूस-यूक्रेन में जंग (Photo:  Getty )
रूस-यूक्रेन में जंग (Photo: Getty )
स्टोरी हाइलाइट्स
  • रूस और यूक्रेन के युद्ध पर पूरी दुनिया की नजर
  • किन हालात में जल्दी खत्म हो सकता है युद्ध

रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. यूक्रेन पर रूस लगातार हमले कर रहा है. दुनिया तीसरे विश्व युद्ध (World War) के मुहाने पर खड़ी नजर आ रही है. ऐसे में कई लोगों के जेहन में एक ही सवाल है, ये रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध कब तक चलेगा? और अगर ये युद्ध समाप्त हो सकता है तो कैसे?

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बीबीसी की एक रिपोर्ट में ऐसी 5 स्थितियों का जिक्र किया गया है जब ये युद्ध खत्म हो सकता है. इनमें से ज्यादातर स्थिति काफी भयावह नजर आती है. हालांकि, स्पष्ट कर दें कि ये तमाम स्थिति महज कयास हैं, काल्पनिक हैं, लेकिन भविष्य को समझने में इससे मदद मिल सकती है.

दरअसल, रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग का असर अब सिर्फ दो देशों तक सीमित नहीं रहने वाला है. इसीलिए Russia-Ukraine Crisis पर दुनियाभर की नजरें टिकी हुई हैं और तमाम जानकार अपने-अपने हिसाब से युद्ध के प्रभाव को समझने की कोशिश कर रहे हैं. 

Scenario-1 : छोटा युद्ध, तेज हमले और यूक्रेन पर कब्जा!

इस पटकथा के तहत, रूस एक छोटा और निर्णायक युद्ध लड़ सकता है. वो यूक्रेन के खिलाफ हमले और तेज कर सकता है और 'कीव फतह' कर इस जंग को जल्द समाप्त करने की खुद से घोषणा कर सकता है. रूसी वायुसेना, जिसका इस्तेमाल अभी तक पूरी तरह से नहीं हुआ है, उसे भी जंग में उतारा जा सकता है. 

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यूक्रेन पर कब्जा करने के बाद वहां मास्को समर्थक 'कठपुतली' सरकार बैठाई जा सकती है. यदि राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) की हत्या जो जाती है या वे देश छोड़कर भाग जाते हैं, तो उस दशा में भी रूस द्वारा जंग खत्म की जा सकती है. युद्ध समाप्ति के बाद रूसी राष्ट्रपति पुतिन (Vladimir Putin) यूक्रेन पर कंट्रोल बनाए रखने के लिए अपनी कुछ सेना वहीं रहने देंगे.

Scenario-2 : लंबा युद्ध

इस बात की काफी आशंका जाहिर की जा रही है कि यह युद्ध काफी लंबा खींच सकता है. रूसी सैनिकों को काफी नुकसान पहुंच सकता है और उन्हें कीव जैसे शहरों पर कब्जा करने के लिए काफी दिनों तक इंतजार करना पड़े. 1990 के दशक में रूस चेचन्या में ऐसी स्थिति का सामना कर चुका है. यह भी हो सकता है कि यूक्रेन के सुरक्षाबल प्रभावी विद्रोहियों की भूमिका अपना लें और रूसी सैनिकों के लिए काफी परेशानी खड़ी करें. और पश्चिमी देशों से यूक्रेन को लगातार हथियार और गोला-बारूद की सप्लाई होती रहे.  

Scenario- 3:  यूरोपियन युद्ध

एक संभावना ये भी जताई जा रही है कि यूक्रेन के बाद रूस के राष्ट्रपति पुतिन दूसरे पड़ोसी देशों पर भी कब्जा करने की कोशिश कर सकते हैं. उनका अगला निशाना Moldova और Georgia हो सकते हैं. हालांकि, ये दोनों देश NATO का हिस्सा नहीं हैं. लेकिन पश्चिमी देशों द्वारा यूक्रेन को हथियार देने के जवाब में पुतिन NATO मेंबर बाल्टिक राज्यों (Baltic States) जैसे Lithuania, Establish में सेना भेजने की धमकी दे सकते हैं. जो रूस के लिए NATO के साथ बेहद खतरनाक और जोखिम भरा युद्ध साबित हो सकता है. हालांकि, इसकी आशंका कम है लेकिन अगर पुतिन यूक्रेन में मात खाते हैं तो फेस सेविंग के लिए वो ये कदम भी उठा सकते हैं. 

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Scenario- 4: राजनयिक समाधान

हफ्ते भर से अधिक समय से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध का अभी भी राजनयिक समाधान निकल सकता है, एक संभावना ये भी है. हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा- "बंदूकें अब बात कर रही हैं, लेकिन बातचीत का रास्ता हमेशा खुला रहना चाहिए." 

इधर जंग समाप्ति के लिए कई स्तर पर बातचीत हो रही है. फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने राष्ट्रपति पुतिन से फोन पर बात की है. बेलारूस सीमा पर बातचीत के लिए रूसी और यूक्रेनी अधिकारी भी मिले हैं. चीन भी मामले में हस्तक्षेप कर सकता है और मास्को पर समझौता करने का दबाव डाल सकता है. 

एक सौदा भी किया जा सकता है, जिसमें यूक्रेन क्रीमिया और डोनबास के कुछ हिस्सों पर रूसी संप्रभुता को स्वीकार कर ले और बदले में पुतिन यूक्रेनी स्वतंत्रता और यूरोप के साथ संबंधों को गहरा करने के अपने अधिकार को स्वीकार कर ले. हालांकि, ये सब अभी काल्पनिक बाते हैं. 

Scenario-5: पुतिन का सत्ता से बेदखल होना

एक स्थिति ये भी बन सकती है कि यूक्रेन से जंग को लेकर रूस में पुतिन अपनी लोकप्रियता खो दें और फिर उनके हाथ से सत्ता चली जाए. इसको लेकर किंग्स कॉलेज (लंदन) में War Studies के प्रोफेसर सर लॉरेंस फ्रीडमैन ने लिखा- "कीव में सत्ता परिवर्तन की उतनी ही संभावना है जितनी कि मॉस्को में.''

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वो कहते हैं कि अगर यूक्रेन युद्ध में हजारों रूसी सैनिक मारे गए, देश पर बेहद कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए गए तो पुतिन की लोकप्रियता काफी कम हो सकती है. पुतिन को समर्थन दे रहे बड़े बिजनेसमैन को भी लग सकता है कि अब पुतिन उनके हितों की रक्षा नहीं कर सकते. वे पुतिन का साथ छोड़ सकते हैं.

इन हालातों में रूस में विद्रोह हो सकता है. उस विरोध को दबाने के लिए पुतिन सुरक्षा बलों का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन पुतिन का कदम उल्टा पड़ सकता है और उनके हाथ से सत्ता जा सकती है. पुतिन के जाने के बाद पश्चिम के देश रूस पर लगाए प्रतिबंधो को कम कर सकते हैं. 

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