इस्लामी स्टेट समूह के आतंकवादियों ने इराकी शहर मोसूल में एक मानवाधिकार महिला कार्यकर्ता की सार्वजनिक रूप से हत्या कर दी. आतंकियों ने हत्या से पहले महिला कार्यकर्ता को प्रताड़ित भी किया.
इराक में संयुक्त राष्ट्र मिशन ने बताया कि आतंकवादी समूह की स्वयंभू अदालत ने फैसला महिला के इस्लाम छोड़ने पर मौत का फरमान सुनाया था.
समूह के नवघोषित पुलिस बल ने बीते सप्ताह समीरा सालिह अल नुआमी को उस समय कब्जे में ले लिया था, जब वह अपने पति और तीन बच्चों के साथ घर में थी.