नेपाल में 25 अप्रैल में आए भूकंप ने सब तबाह कर दिया. अब भी लोग अपनों को तलाश रहे हैं, लेकिन इस बीच भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को डर है कि वहां महिलाएं और बच्चे मानव तस्कर का शिकार न हो जाए.
नेपाल लंबे समय से मानव तस्करी का केंद्र रहा है और अब इस हालात में ये आशंका तेज हो गई है कि तस्कर इसका फायदा न उठाए. हालांकि, सभी सीमा चौकियों पर सख्त निगरानी रखी जा रही है. इसके साथ ही इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआई) पर भी सुरक्षाकर्मी मुस्तैद हैं.
आईजीआई एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन विभाग और एयरपोर्ट पुलिस हाई अलर्ट पर है. सूत्रों के मुताबिक, विशेषज्ञ टीम भी यात्रियों की गतिविधि और बॉडी लैंग्वेज पर नजर बनाए हुए हैं.
सीआईएसएफ भी अपने काम में जुटी हुई है. इमिग्रेशन विभाग के सूत्र ने बताया, 'हम लगातार पुलिस के संपर्क में है और जैसे ही किसी यात्री की संदिग्ध गतिविधि देखते हैं तभी दिल्ली पुलिस को खबर दे देते हैं. खासतौर पर उन यात्रियों पर नजर रखी जा रही है जो पहली बार हवाई यात्रा कर रहे हैं. इसके अलावा दस्तावेजों की भी अच्छे से जांच की जाती है.
मानव तस्करी के बारे में पूछने पर एक अधिकारी ने कहा, 'ये एक चुनौति है. यहां पहले भी ऐसा होता आया है. अगर सभी कागजात सही है, तो ज्यादा कुछ नहीं किया जा सकता है. तभी कुछ हो सकता है जब कोई शिकायत करे, लेकिन हम इसके प्रति सचेत और सतर्क हैं.'
एयरपोर्ट पुलिस ने टर्मिनल के बाहर कड़ी सुरक्षा रखी है. एक एयरपोर्ट अधिकारी ने कहा, 'हमने पहले ही बहुत तैयारी की हुई है. हम कुछ प्रारंभिक उपाय कर रहे हैं. आमतौर पर सड़क मार्ग जांच के दायरे में है, लेकिन हम यहां भी सतर्क है.' इसके अलावा पुलिस ने हॉकरों, टैक्सी बूथ, टैक्सी यूनियन को भी संदिग्ध गतिविधि नजर आने पर पुलिस को सूचित करने के लिए कहा गया है.