संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को शनिवार सुबह दिल्ली में फांसी दे दिए जाने के बाद पाकिस्तानी टेलीविजन प्रस्तोता और पत्रकार हामिद मीर का कहना है कि वह निर्दोष था.
हामिद ने ट्विटर पर लिखा है कि मुझे लगता है कि वह निर्दोष था लेकिन भारत में फांसी दे दी गई.
13 दिसम्बर, 2001 को पांच हथियारबंद पाकिस्तानी आतंकवादी संसद परिसर में घुस आए थे और उसके बाद उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी थी. इस घटना में नौ लोगों की जान चली गई थी. हमले के वक्त संसद भवन में सौ से ज्यादा सांसद मौजूद थे. इस गोलीबारी में सभी आतंकवादी भी मारे गए थे.
अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था. उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एस.ए.आर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था.
सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था.
अफशान गुरु और एस.ए.आर. गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था.