इजरायली सेना ने लेबनान में कुछ आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करने का दावा किया है. आईडीएफ ने दावा कि उसने इजरायली शहर पर मिसाइल हमले की योजना बना रहे लेबनान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है. आईडीएफ के मुताबिक, उसने दक्षिणी लेबनान में एक आतंकवादी ठिकाने पर हमला किया है जो अविविम के उत्तरी समुदाय के खिलाफ एक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल हमले को अंजाम देने की योजना बना रहा था.
आईडीएफ ने जारी किया वीडियो
आईडीएफ ने आतंकियों के ठिकाने पर की गई स्ट्राइक का वीडियो भी जारी किया है. दरअसल 7 अक्टूबर को इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद से ईरान समर्थित हिजबुल्ला आतंकवादी समूह उत्तरी इजरायल में आईडीएफ के ठिकानों और इजरायली शहरों पर मिसाइल से हमले कर रहा है.
इस बीच आईडीएफ के प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की है कि गाजा पट्टी में इजरायली हमले में हमास के डिप्टी कमांडर भी ढेर हो गया है.
ये भी पढ़ें: 'लेबनान को युद्ध में घसीट रहा है हिज्बुल्ला, चुकानी पड़ेगी भारी कीमत', इजरायल ने दी लेबनान को चेतावनी
आईडीएफ ने इजरायली शहर पर मिसाइल हमले की योजना बना रहे लेबनान के आतंकी सेल पर हमला करते हुए हमले का एक वीडियो प्रकाशित किया। का कहना है कि इसने दक्षिणी लेबनान में एक आतंकवादी सेल पर हमला किया है जो अविविम के उत्तरी समुदाय के खिलाफ एक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल हमले को अंजाम देने की योजना बना रहा था.
इजरायल की लेबनान को चुनौती
इससे पहले इजरायली डिफेंस फोर्सेस (IDF) ने कहा था कि हिजबुल्ला के बढ़ते हमलों से "लेबनान को युद्ध में घसीटने" का खतरा पैदा हो गया है. आईडीएफ के मुताबिक सीमा पार से फिर से गोलीबारी के बाद व्यापक संघर्ष की आशंका बढ़ गई है. आईडीएफ के प्रवक्ता जोनाथन कॉनरिकस ने चेतावनी देते हुए कहा, "हिज्बुल्ला... लेबनान को एक ऐसे युद्ध में घसीट रहा है जिससे उसे कुछ भी हासिल नहीं होगा, लेकिन बहुत कुछ खोना पड़ेगा."
ये भी पढ़ें: हिज्बुल्ला ने इजरायल के जिस सर्विलांस और कम्युनिकेशन सिस्टम तबाह, वहां पहुंची आजतक की टीम
जोनाथन कॉनरिकस ने कहा,'वे हालात को बदतर बना रहे हैं. हिज़्बुल्ला बहुत ही खतरनाक खेल खेल रहा है. वे हालात को बदतर बना रहे हैं. हमें हर दिन अधिक से अधिक हमले देखने को मिल रहे हैं.' उन्होंने लेबनान से सवाल करते हुए कहा, 'क्या लेबनानी वास्तव में गाजा में आतंकवादियों की खातिर लेबनानी समृद्धि और लेबनानी संप्रभुता के बचे हुए हिस्से को खतरे में डालने को तैयार है? यह एक ऐसा सवाल है जिसे लेबनानी अधिकारियों को खुद से पूछने और जवाब देने की ज़रूरत है.'