अमेरिकी कांग्रेस सदस्य इल्हान उमर एक फिर विवादों में हैं. उनकी तरफ से पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का दौरा किया है. उनके उस दौरे पर भारत के गृहमंत्रालय की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया दी गई है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने उस दौरे को क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन बता दिया है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने इल्हान के पीओके दौरे पर कहा कि अगर किसी भी नेता को अपने देश में छोटी सोच की राजनीति करनी है, तो वो कर सकता है, वो उसका वहां का मसला है. लेकिन अगर हमारी क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन किया जाएगा, तो इससे हमारा वास्ता है और हम इसकी कठोर शब्दों में निंदा करते हैं.
अब जानकारी के लिए बता दें कि ये वहीं इल्हान उमर हैं जो पहले भी भारत के खिलाफ कई बार विदेशी मंचों से आलोचना कर चुकी हैं. वे भारत को अल्पसंख्यक विरोधी भी बता चुकी हैं. एक बयान में बाइडेन प्रशासन पर निशाना साधते हुए इल्हान उमर ने कहा था कि भारत में लंबे समय से मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है. उन्होंने तब यहां तक कह दिया था कि भारत में मुस्लिम होना अपराध जैसा है. एक ट्वीट में इल्हान ने ये आरोप भी लगाया कि अमेरिका द्वारा भारत में हो रहे मानवाधिकारों के उल्लघंन के बारे में खुलकर कुछ भी नहीं बोला जाता.
ऐसे में इल्हान उमर को लेकर हमेशा से ही भारत में विवाद रहा है. अब जब उन्होंने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का दौरा किया है, भारत की तरफ से उन्हें उचित संदेश देने का प्रयास किया गया है. गृह मंत्रालय ने दो टूक समझा दिया है कि भारत की क्षेत्रीय अखंडता का कोई भी उल्लंघन नहीं कर सकता है.
वैसे बुधवार को इल्हान उमर की पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात हुई थी. उस मुलाकात के बाद से वहां की राजनीति में भी उबार आ गया है. पाकिस्तान सरकार आरोप लगा रही है जिस अमेरिका पर इमरान ने अपनी सरकार गिराने का आरोप लगाया था, अब वे उसी देश की एक सांसद से मुलाकात कर रहे हैं. इमरान की तरफ से इस विवाद पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है.