सुरक्षा परिषद की बैठक में चीन ने एक फिर आतंकी मसूद अजहर को बचा लिया है. उसे वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव पर वीटो लगा दिया है. इससे पहले तीन बार चीन यह हरकत कर चुका है. भारत, अमेरिका समेत कई देश चीन के वीटो से नाराज हैं. वहीं, आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर अब बयानबाजी कर रहा है.
मसूद पाकिस्तान में ही है और बीमार नहीं बिल्कुल फिट है. अगर किसी को कोई शक हो तो खुद मसूद अजहर ने इसका एलान कर दिया. जिस वक्त पूरी दुनिया मसूद पर सुरक्षा परिषद में होने वाले फैसले का इंतजार कर रही थी उस वक्त वो भी बहावलपुर में अपने हेडक्वार्टर में बैठकर दुनिया की बेचैनी पर हंस रहा था. अपनी बेफिक्री का एलान उसने कल सुबह ही अपने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के अखबार के जरिए कर दिया था.
पाकिस्तानी मंत्री का बयान निकला झूठा
मसूद ने अपने कॉलम में लिखा है कि वो बिलकुल स्वस्थ है. मसूद ने ये भी कहा है कि उसे कोई बीमारी नहीं हुई है. मसूद अजहर हर हफ्ते जैश के अखबार में कॉलम लिखता है. यह अखबार पाकिस्तान के पेशावर से छपता है. अब याद कीजिए पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का वो बयान, जो उन्होंने हाल ही में अमेरिकी न्यूज चैनल के इंटरव्यू में दिया था. कुरैशी ने मसूद को बहुत बीमार बताया था.
पाकिस्तानी सेना और सरकार की मुंह पर तमाचा
जब इमरान सरकार को लगा कि मसूद के उसकी सरजमी पर होने के कबूलनामे से कहीं बात न बिगड़ जाए तो सेना के जरिए ये कहलवाया कि जैश मोहम्मद का पाकिस्तान में अस्तित्व ही नहीं है, लेकिन पाकिस्तानी सेना और पाकिस्तान की सरकार दोनों के मुंह पर तमाचा जड़ते हुए मसूद ने खुद कह दिया कि वो पाकिस्तान में ही है और बिल्कुल फिट है. इसी से साबित होता है कि पाकिस्तान में आतंकियों की क्या हैसियत है.
आतंकी की ढाल बना चीन, पूरी दुनिया नाराज
जिस तरह से हाफिज सईद के ग्लोबल आतंकी घोषित होने के बावजूद पाकिस्तान में उसे हर तरह की छूट मिली है. उससे ये सवाल भी उठने लगे हैं कि मसूद पर ग्लोबल आतंकी का टैग चस्पा हो भी जाए तो क्या होगा. हालांकि मौजूदा दौर को देखें तो पाकिस्तान पर मसूद को लेकर दबाव बहुत ज्यादा है और इसका सीधा असर चीन पर भी पड़ने वाला है. इसीलिए चीन पूरी दुनिया की नाराजगी मोल लेकर मसूद की ढाल बनकर खड़ा है.