
दक्षिणी इजराइल पर हमास के हमले को करीब दो हफ्ते बीत चुके हैं. अब भी 200 लोग लापता हैं. इजरायल का कहना है कि इन्हें हमास द्वारा बंधक बनाया गया है. इनमें 30 बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं. इन बच्चों की तस्वीरें अब लंदन की सड़कों से लेकर यूएन हेडक्वार्टर की बिल्डिंग तक पर वायरल हो रही हैं. इसका एक वीडियो इजरायल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है.
इजरायली बच्चों की तस्वीरें वेम्बली से लेकर टेट मॉडर्न तक लंदन की तमाम प्रसिद्ध इमारतों पर प्रदर्शित की गई हैं. इसके अलावा न्यूयॉर्क, लॉस एंजिल्स और मियामी सहित कई शहरों में इसी तरह की तस्वीरें बिलबोर्ड्स पर लगाई गई हैं. इसके लिए बकायदा अभियान चलाया गया है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो पोस्ट करते हुए इजरायल ने लिखा है, "हमारे 30 बच्चे इस समय गाजा पट्टी में हमास आतंकवादियों के कब्जे में हैं. वे अकेले हैं और खौफ में हैं. हम यह सुनिश्चित करना जारी रखेंगे कि उनकी आवाज दुनिया भर के लाखों लोगों द्वारा सुनी जाए."
इजरायल ने जो वीडियो पोस्ट किया है, उसमें बताया है कि कई स्क्रीन लगे वाहन लंदन में चल रहे हैं, जिन पर कैद किए गए बच्चों की तस्वीरें, नाम और उम्र लिखी गई है. साथ ही #BRINGTHEMBACK हैशटैक लिखा गया है. इसके अलावा यूएन हेडक्वार्टर, रोमानिया के शहरों और अन्य कई शहरों की दीवारों पर भी बच्चों की तस्वीरें दिखाते इलेक्ट्रिक बिलबोर्ड लगाए गए हैं. इन पर किडनैप बाई हमास भी लिखा हुआ है.
'मासूमों पर क्या बीत रही होगी'
इजरायली बच्चों के लिए चलाए जा रहे इस कैंपेन के एक प्रवक्ता ने ब्रिटेन की मीडिया को बताया कि नौ महीने के लेकर अलग-अलग उम्र के बच्चों को किडनैप करने के मामले ने दुनियाभर के लोगों को हैरान कर दिया है. हमारा और दुनिया भर के तमाम लोगों का यह सोचकर दिल भर आता है कि कि मासूम बच्चों और लगभग 200 अपहृत मासूमों पर क्या बीत रही होगी.
उन्होंने कहा कि हम इन बच्चों के चेहरों को आम लोगों के सामने रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और जब तक बंधकों में से प्रत्येक घर नहीं आ जाता, हम आराम से नहीं बैठेंगे. हमें उम्मीद है कि लंदन और बाकी दुनिया के प्रमुख स्थानों पर यह अभियान सभी को इस प्रयास में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करेगा.
30 बच्चे और 20 बुजुर्ग समेत 200 लोग कैद में
बता दें कि इजरायल की सेना ने गुरुवार को कहा था कि 7 अक्टूबर को अपने विनाशकारी हमलों के दौरान हमास ने 203 लोगों को बंधक बना लिया था. इनमें से लगभग 30 ऐसे बच्चे हैं जिनकी उम्र 16 वर्ष से कम है. वहीं 60 वर्ष से अधिक आयु के 20 बुजुर्ग भी कैद में हैं.
कहां हैं ये बंधक?
इजरायल का कहना है कि हमास के लड़ाके नागरिकों को बंधक बनाकर गाजा पट्टी ले गए हैं. हालांकि, इन्हें कहां रखा गया है कि इसकी सटीक लोकेशन नहीं मिली है. इसी कारण इनका रेस्क्यू करने में दिक्कत आ रही है. ऐसा माना जा रहा है कि कई सारे बंधकों को हमास ने गाजा पट्टी की सुरंगों में रखा है. इन सुरंगों को इजरायली सेना 'गाजा मेट्रो' कहती है.
सोमवार को हमास ने बंधक बनाई गईं 21 साल की फ्रांसिसी-इजरायली नागरिक मिया शेम का वीडियो जारी किया था. इस वीडियो में मिया के हाथ में चोट लगी दिख रही थी और मेडिकल वर्कर उनका इलाज कर रहा था. मिया को हमास ने डांस पार्टी से बंधक बनाया था.
5 हजार से अधिक मौतें
जंग की शुरुआत 7 अक्टूबर को उस समय हुई जब हमास के लड़ाकों ने जल, थल और नभ से हमला कर दिया. इसके बाद इजरायल ने पलटवार करते हुए हमास के खात्मे की प्रतिज्ञा ली और जंग का ऐलान कर दिया. युद्ध शुरू होने के बाद गाजा सबसे खतरनाक जगह बन गई. हमास के कई ठिकानों को इजरायल ने ध्वस्त कर दिया है और कई कमांडर मार गिराए हैं. हमास द्वारा संचालित गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार बताया कि अभी तक 3,785 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और लगभग 12,500 अन्य घायल हुए हैं. वहीं इजरायल की बात करें तो अभी तक 1,400 से अधिक लोग मारे गए हैं.
कैसे हुई जंग की शुरुआत?
यह संघर्ष 7 अक्टूबर हमास के गुप्त और घातक हमले से शुरू हुआ, जिसमें हजारों सशस्त्र हमास लड़ाकों ने सीमा सुरक्षा बाड़ को तोड़ दिया और इजरायली नागरिकों और सैनिकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की. अन्य लड़ाकों ने मोटरबोटों में इज़रायल के समुद्र तटों पर धावा बोल दिया और कुछ पैराग्लाइडर के जरिए आसमान से मौत लेकर आए. इज़रायली अधिकारियों ने कहा कि इज़रायल में बच्चों सहित 1,400 से अधिक लोग मारे गए हैं और 4,500 से अधिक लोग घायल हुए हैं. अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, इजरायल में मारे गए लोगों में से कम से कम 32 अमेरिकी हैं.