पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने हमले के बाद आज शुक्रवार देर शाम करीब 8 बजे अस्पताल से एक प्रेस कांफ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने अपने ऊपर हुए हमले के लिए चार लोगों को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मुझे मालूम था हमला होगा. इसके अलावा उन्होंने दावा किया कि दो लोगों ने उन पर गोली चलाई थी. उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ पर 900 लोगों को पुलिस एनकाउंटर में मरवाने का आरोप भी लगाया.
इमरान खान ने आरोप लगाते हुए शहबाज सरकार के खिलाफ हमला बोला. उन्होंने कहा कि उन्हें सत्ता से हटाने के लिए साजिश रची गई. उन्हें हटाने के लिए सरकारी पैसों का इस्तेमाल किया गया. मुझे पैसों के दम पर सत्ता से बाहर किया गया. इमरान ने चुनाव आयोग पर भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग सरकार का नौकर है. उन्हें चुनाव में हराने के लिए आयोग ने उनकी मदद की. हमने ईवीएम मशीन के जरिए वोटिंग का सुझाव दिया था, लेकिन हमारी सुझाव नहीं माना गया. ईवीएम आने से 90 फीसदी धांधली खत्म हो जाती.
'आज की सरकार मार्शल लॉ से भी ज्यादा ज्यादती हो रही'
इमरान खान ने कहा कि परवेज मुशर्रफ का मार्शल लॉ लिबरल था. आज की सरकार में उस मार्शल लॉ से भी ज्यादा ज्यादती हो रही है. वे जिसको चाह रहे हैं, उन्हें जेल में डाल रहे हैं. इन्होंने बहुत पहले फैसला किया मुझे मरवाने का. बंद कमरे में चार लोगों ने मुझे मरवाने का फैसला किया. मैंने वीडियो बनाई और चारों के नाम बताए कि मुझे कुछ हो जाए तो मीडिया को पता हो, लोगों को पता हो ये किसने किया.जो इन्होंने 6 महीने में किया मुल्क के साथ. महंगाई बढ़ गई है. इंडस्ट्री नीचे जा रही है, इकॉनोमी नीचे जा रही है, तो लोग इनसे तंग है और लोगों ने मुझे बताया जो इनकी साजिश चल रही है. पता था मुझे किसने साजिश की.
'जो पत्रकारों के साथ हुआ, PAK के इतिहास में कभी नहीं हुआ'
इमरान ने कहा कि पिछले सात महीनों में पत्रकारों के साथ जो हुआ, वह पाकिस्तान के इतिहास में कभी नहीं हुआ. अरशद शरीफ पाकिस्तान के नंबर वन इन्वेस्टिगेशन रिपोर्टर थे. वो न घबराए और और न डरे, जो हुआ उसे देश कभी माफ नहीं करेगा. अरशद शरीफ नहीं बिके. उनका परिवार, मैं और पत्रकार जानते हैं कि उनके पीछे कौन था? उन्होंने धार्मिक कार्ड का इस्तेमाल कर मेरे खिलाफ सलमान तासीर की तरह हत्या की योजना बनाई. मैं आम लोगों के बीच से आया हूं, मेरी पार्टी सैन्य प्रतिष्ठान के तहत नहीं बनी है. मैंने 22 साल तक संघर्ष किया है. शहबाज शरीफ ने पुलिस एनकाउंटरों में 900 लोगों को मरवाया. मेरे ऊपर दो लोगों ने गोली चलाई.
3 नवंबर को हुआ था हमला
गौरतलब है कि इमरान खान गुरुवार यानी 3 नवंबर को पाकिस्तान के गुजरांवाला के अल्लाहवाला चौक पर आजादी मार्च निकाल रहे थे. इस दौरान जब उनका ये कारवां इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहा था, तभी हमलावर ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. जिसमें इमरान खान समेत कई लोग घायल हो गए. आनन-फानन में सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिलहाल उनकी तबियत ठीक बताई गई है. इसके बाद से इमरान लगातार पाकिस्तान सरकार पर निशाना साध रहे हैं.