पाकिस्तान में इमरान खान की मुश्किल लगातार बढ़ती जा रही है. तोशखाना मामले में जब से उन्हें दोषी माना गया है, उनकी जबरदस्त फजीहत हुई है. अब लाहौर में एक जनसभा को संबोधित करने गए इमरान खान के खिलाफ लोगों ने जमकर नारेबाजी की है. उन्हें घड़ी चोर कहकर संबोधित किया गया है. इमरान की तरफ से इस नारेबाजी पर कोई प्रतिक्रिया तो नहीं दी गई, लेकिन पूर्व पीएम के लिए ये एक असहज करने वाली स्थिति रही.
जानकारी के लिए बता दें कि पाकिस्तान चुनाव आयोग ने तोशखाना मामले में देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की संसद सदस्यता रद्द कर दी है. खान पर आरोप है कि उन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुए जो तोहफे लिए थे, उसके बारे में गलत जानकारी दी. असल में इमरान खान 2018 में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे. उन्हें अरब देशों की यात्राओं के दौरान वहां के शासकों से महंगे गिफ्ट मिले थे. उन्हें कई यूरोपीय देशों के राष्ट्रप्रमुखों से भी बेशकीमती गिफ्ट मिले थे, जिन्हें इमरान ने तोशाखाना में जमा करा दिया था. लेकिन इमरान खान ने बाद में तोशाखाना से इन्हें सस्ते दामों पर खरीदा और बड़े मुनाफे में बेच दिया. इस पूरी प्रक्रिया को उनकी सरकार ने बकायदा कानूनी अनुमति दी थी. आरोप लगा कि इमरान को कुल 5.8 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था. इसी मामले में इमरान की सदस्यता रद्द करने का फैसला हुआ है.
अब उसी फैसले के बाद गुरुवार को इमरान खान लाहौर पहुंचे थे. उनकी तरफ से एक रैली को संबोधित किया जाना था, लोगों की भी अच्छी भीड़ थी. लेकिन कार्यक्रम में पहुंचते ही कई लोगों ने इमरान खान को घड़ी चोर कहकर संबोधित किया. काफी देर तक इस तरह की नारेबाजी होती रही. इससे पहले भी इमरान खान के खिलाफ इस प्रकार की नारेबाजी देखने को मिली है. उनके कुछ ऐसे बयान भी रहे हैं जिस वजह से उनकी फजीहत हुई है. अब इस तोशखाना मामले ने उनकी छवि को और ज्यादा धूमिल करने का काम कर दिया है.