करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के बाद पाकिस्तान की ओर से की जा रही बयानबाजी पर पहली बार इमरान खान का बयान सामने आया है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का कहना है कि उनके द्वारा कॉरिडोर के शिलान्यास में भारत को बुलाना कोई गुगली नहीं था.
पाकिस्तान में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कश्मीर का मुद्दा जरूर सुलझना चाहिए. वहीं करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण या वहां भारतीयों को बुलाना कोई गुगली नहीं बल्कि एक सही कोशिश थी. उन्होंने ये इसलिए किया ताकि क्षेत्र में शांति स्थापित हो.
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने ये बातें पाकिस्तान के टीवी न्यूज़ एंकर्स के साथ बातचीत के दौरान कही. पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर ने भी इससे जुड़ा एक ट्वीट किया. उन्होंने लिखा कि इमरान खान ने उन्हें बताया कि करतारपुर कॉरिडोर कोई गुगली नहीं बल्कि शांति स्थापित करने के लिए एक कोशिश है.
PM @ImranKhanPTI told us today that @realDonaldTrump wrote a letter to him and he asked for help in bringing Afghan Taliban on talks table PM also said that Kartarpur initiative was not a Goggly it was a sincere effort he said Kashmir dispute must be resolved for peace in region
— Hamid Mir (@HamidMirPAK) December 3, 2018
गौरतलब है कि करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने बयान दिया था. उनका कहना था कि करतारपुर कॉरिडोर शिलान्यास समारोह में भारत सरकार को आमंत्रित करना इमरान खान की 'गुगली' ही थी जिसमें मोदी सरकार बोल्ड हो गई.
आपको बता दें कि करतारपुर कॉरिडोर के शिलान्यास में भारत सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, हरदीप सिंह पुरी गए थे. इसके अलावा पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू इमरान खान के पर्सनल न्योते पर पाकिस्तान पहुंचे थे.