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'इंशाअल्लाह कश्मीरियों का...' आतंकवाद-गरीबी पर मुंह की खाने वाले इमरान खान ने फिर अलापा J-K का राग

जम्मू-कश्मीर की शांति पाकिस्तान को रास नहीं आ रही है. गरीबी, आतंकवाद जैसे मुद्दों पर दुनियाभर में आलोचना झेल रहे पड़ोसी मुल्क के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan PM Imran Khan on Artcile-370) ने आर्टिकल-370 हटाए जाने के दो साल पूरे होने पर राग अलापा है.

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Imran Khan
Imran Khan
स्टोरी हाइलाइट्स
  • जम्मू-कश्मीर से 370 हटे दो साल पूरे
  • पाकिस्तानी पीएम इमरान ने अलापा राग
  • 370 हटाए जाने को बताया एकतरफा कार्रवाई

जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 (Jammu-Kashmir Article 370) को हटाए हुए गुरुवार (5 अगस्त) को दो साल पूरे हो गए हैं. साल 2019 में आज के ही दिन केंद्र सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस ले लिया था और जम्मू-कश्मीर एवं लद्दाख को दो केंद्र शासित प्रदेशों में बांट दिया था. पिछले दो सालों में केंद्र शासित प्रदेश में काफी बदलाव देखा गया है और पहले की तुलना में शांति अधिक हो गई है. हालांकि, यह शांति पाकिस्तान को बिल्कुल रास नहीं आ रही है.

गरीबी, आतंकवाद जैसे अहम मुद्दों पर दुनियाभर में आलोचना झेल रहे पड़ोसी मुल्क के प्रधानमंत्री इमरान खान (Pakistan PM Imran Khan on Artcile-370) ने आर्टिकल-370 हटाए जाने की बरसी पर एक बार फिर से राग अलापा है. उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट्स करते हुए कई गलत दावे किए हैं. उन्होंने कहा है कि इंशाअल्लाह कश्मीरियों का संघर्ष सफल होगा.

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पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने लिखा, ''जम्मू-कश्मीर में पांच अगस्त, 2019 को भारत की एकतरफा और अवैध कार्रवाइयों के आज दो साल पूरे हो गए हैं. इन दो सालों में दुनिया ने भारतीय कब्जे वाले बलों द्वारा जम्मू-कश्मीर में अभूतपूर्व उत्पीड़न देखा है. इन दो सालों में डेमोग्राफिक चेंज और कश्मीरी आइडेंटिटी को नष्ट करने के भारतीय कोशिशों को भी देखा गया है.'' उन्होंने आगे लिखा, ''इंटरनेशनल कानूनों के उल्लंघन, ह्यूमन राइट्स के लगातार उल्लंघनों और अभूतपूर्व सैन्य घेराबंदी का सामना करने के बाजवूद कश्मीरी लोग इस संघर्ष में निडर हैं.''

यह भी पढ़ें: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत को दिया 'लालच'

राग अलापते हुए पाकिस्तानी पीएम ने आगे कहा कि पाकिस्तान की सरकार और जनता कश्मीरी भाइयों और बहनों को उनके अधिकारों के लिए उनके दृढ़ और वैध संघर्ष में उनके बलिदान के लिए उन्हें सलाम करते हैं. ये अधिकार उन्हें संयुक्त राष्ट्र चार्टर और यूएनएससी में मिले हैं.  मैंने वैश्विक मंच पर कश्मीरियों की आवाज उठाई है और जब तक कश्मीरियों को यूएनएससी के प्रस्तावों के अनुसार अपना भविष्य तय करने की अनुमति नहीं दी जाती है, तब तक ऐसा करता रहूंगा. पाक कश्मीरियों के मामले को पूरे विश्वास के साथ लड़ना जारी रखेगा और इंशाअल्लाह कश्मीरियों का संघर्ष सफल होगा. 

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भारत के आंतरिक मसलों पर हस्तक्षेप की आदत कब छोड़ेगा पाक?

हमेशा की तरह एक बार फिर से भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करते हुए इमरान खान ने अपने आखिरी ट्वीट में लिखा कि जम्मू-कश्मीर में भारतीय सरकार की बर्बरता RSS की हिंदुत्व विचारधारा से प्रेरित है. आज भारत सभी इंटरनेशनल कानूनों और मानदंडों का उल्लंघन करते हुए गलत कार्यों और राज्य प्रायोजित आतंकवाद के माध्यम से क्षेत्रीय स्थिरता को नष्ट कर रहा है. मालूम हो कि वैश्विक मंच पर आतंकवाद के मसले पर खुद को एक्सपोज कर चुका पाकिस्तान लगातार भारत पर निशाना साधता रहता है. 

आतंकवाद, कोरोना आदि पर घिरा है पाक

नया पाकिस्तान का वादा करते हुए सत्ता में आए इमरान खान के लिए कुछ भी अच्छा नहीं चल रहा है. जहां वे अपने ही देश में कोरोना वायरस, भुखमरी, महंगाई, भ्रष्टाचार समेत कई मुद्दों पर घिरे हुए हैं, जो वहीं, एफएटीएफ में भी पाकिस्तान ग्रे लिस्ट से बाहर नहीं आ पा रहा है, जिसके चलते उसकी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई भी पूरी तरह सिर्फ दिखावा साबित होती रही है. वहीं, विपक्ष लामबंद होकर इमरान खान को उनकी कुर्सी से हटाने की पूरी कोशिश में लगा हुआ है.

ऐसे में आतंकवाद पर दुनिया का ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान और उसके प्रधानमंत्री इमरान खान समय-समय पर अनर्गल आरोप लगाते रहते हैं. हालांकि, इमरान के आरोपों को भारत ही नहीं, बल्कि दुनिया के ज्यादातर देश गंभीरता से नहीं लेते हैं और यही वजह है कि उसपर कई तरह के प्रतिबंध लगाए जाते रहे हैं.

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