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पुलवामा हमले की बेवकूफी क्यों करेगा पाक, आतंक पर बातचीत को तैयार: इमरान खान

पुलवामा आतंकी हमले के पांच दिन बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने चुप्पी तोड़ी है. इमरान ने भारत से सबूत मांगते हुए कहा कि आतंकी हमलों से हमें क्या मिल जाएगा. भारत अगर सबूत दे तो हम कार्रवाई को तैयार हैं.

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान

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पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पुलवामा हमले के पांच दिन बाद इस घटना में अपने देश का हाथ होने पर चुप्पी तोड़ी है. इमरान खान ने कहा कि पुलवामा में अटैक कराकर पाकिस्तान का कोई फायदा नहीं होने वाला था, तो वो भला ऐसा क्यों कराएगा. उन्होंने ये भी कहा कि जिस समय पुलवामा में हमले को अंजाम दिया गया उस समय पाकिस्तान सऊदी अरब के राजकुमार की बहुप्रतीक्षित विजिट की तैयारियों में लगा हुआ है. ऐसे मौके पर हमला कराने की बेवकूफी पाकिस्तान क्यों करेगा.

इमरान खान  ने कहा कि पुलवामा के बाद पाक के ऊपर इल्जाम लगाया गया लेकिन हमारी एक बहुत महत्वपूर्ण विजिट थी सऊदी राजकुमार की विजिट थी. लिहाजा मैंने तब इसलिए फैसला किया जवाब न देने का क्योंकि उससे सारा फोकस उसी पर चला जाता इसलिए जब क्राउन प्रिंस वापस गए हैं मैं आपके सामने जवाब दे रहा हूं और मैं ये हिंदुस्तान की सरकार के  लिए जवाब दे रहा हूं.

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इमरान ने कहा कि पहले तो आपने पाकिस्तान पर इल्जाम लगा दिया. न कोई एविडेंस, न कोई सोचा कि इसके अंदर पाकिस्तान का क्या फायदा है. अगर पाकिस्तान इतनी महत्वपूर्ण विजिट की तैयारी कर रहा था तो कोई अहमक भी इसतरह का काम करेगा अपनी कॉन्फ्रेंस को बर्बाद करने के लिए. और अगर उनकी विजिट न भी होती तो पाकिस्तान को इससे क्या फायदा है. क्यों पाकिस्तान इस स्टेज पर जबकि वो 15 साल आतंकवाद झेलने के बाद स्थिरता की ओर जा रहा है, 70 हजार पाकिस्तानी जिस दहशतगर्दी में मारे गए वो नीचे जा रही है. हम क्यों इस तरह का हमला कराएंगे. इससे हमें फायदा क्या है.

इमरान ने कहा कि मैं ये भी सवाल पूछना चाहता हूं हिंदुस्तान की सरकार से कि अगर आपको अतीत में ही फंसा रहना है, और हर घटना पर पाक को जिम्मेदार ठहराना है तो आप वहीं रुके रहेंगे. ये नया पाक है, नई माइंडसेट है, नई सोच है हमारे हित में है कि न कोई बाहर से आकर हमारी जमीन पर आतंकवाद फैलाए, न हमारी जमीन से कोई बाहर जाकर आतंकवाद फैलाए. हम स्थायित्व चाहते हैं.

इमरान ने कहा क किसी किस्म की तहकीकात आप कराना चाहते हैं कि कोई पाकिस्तानी इसमें शामिल था, हम तैयार हैं. अगर आपके पास कोई इंटेलिजेंस है कि पाकिस्तानी इसमें शामिल हैं, वो हमें दें मैं आपको गारंटी देता हूं कि हम एक्शन लेंगे और एक्शन इसलिए नहीं लेंगे कि हमपर कसी का दबाव है, बल्कि इसलिए लेंगे कि ये पाकिस्तान से दुश्मनी कर रहे हैं. अगर हमारी जमीन का इस्तेमाल कर रहे हैं तो हम से ये दुश्मनी कर रहें है. ये हमारे हितों के खिलाफ है.

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इमरान ने कहा कि जब भी हिंदुस्तान से हम बातचीत की पहल करते हैं हिंदुस्तान की शर्त होती है कि पहले आतंकवाद की बात की जाए. मैं आपको ये कहता हूं कि हम आतंकवाद पर भी बात करने को तैयार हैं. दहशतगर्दी पूरे दक्षिण एशिया का मुद्दा है और हम चाहते हैं कि इस इळाके में ये खत्म हो. पाकिस्तान को इससे सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. 70 हजार पाकिस्तानी मारे गए, सौ अरब डॉलर का नुकसान हुआ लिहाजा हम तैयार हैं आपसे बाचतीत करने के लिए.

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