पाकिस्तान में इमरान सरकार के खिलाफ संसद में आज अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है. लेकिन आज जब से सदन शुरू हुआ है, तब से इमरान नेशनल असेंबली नहीं पहुंचे हैं. इसे लेकर पाकिस्तान की सियासत में सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है कि आखिर वह कौन सी वजह है, जिसके चलते इमरान खान आज संसद नहीं आए हैं.
पाक की राजनीति पर बारीकी से नजर रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार हामिद मीर ने कहा कि इमरान खान की पार्टी के नेताओं से उनकी बात हुई है. पीटीआई के नेता ने कहा कि ये रणनीति बनाई गई है कि हमें लंबी-लंबी तकरीरें करनी हैं. इसी क्रम में शाह महमूद कुरैशी ने लंबा भाषण दिया है.
हामिद मीर ने कहा कि संभवतः कुछ इस तरह की रणनीति बनाई गई है कि अगर लंबे-लंबे भाषण होते हैं. और अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग नहीं हो पाती है, तो कोर्ट की अवमानना होगी. लेकिन कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट या तो स्पीकर पर लगेगा या फिर डिप्टी स्पीकर पर कार्रवाई हो सकती है. इसके साथ ही कार्रवाई के दायरे में वे लोग भी आ सकते हैं जो लंबे भाषण दे रहे हैं. लेकिन इमरान खान इस कार्रवाई से बच जाएंगे. क्योंकि वह संसद में मौजूद नहीं हैं, तो उन पर कोर्ट की अवमानना का कोई केस नहीं बनता.
हामिद मीर ने कहा कि संभवतः इमरान खान के सलाहकारों ने उन्हें ये सलाह दी है कि अगर वह पार्लियामेंट में मौजूद नहीं होंगे तो उन पर कोई कार्रवाई नहीं होगी. एक लिहाज से इमरान खान पवेलियन में बैठकर पूरा खेल खेल रहे हैं.
इसके साथ ही बता दें कि जिस तरह से आज सदन की कार्यवाही शुरू हुई, फिर विदेशी साजिश की बात पर हंगामे के बाद सदन को डेढ़ घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया. समय अवधि पूरी होने के बाद भी कार्यवाही शुरू नहीं हुई. इसी बीच विपक्ष के नेताओं ने स्पीकर से मुलाकात भी की. बाद में ये जानकारी आई कि कार्यवाही अब दोपहर की नमाज के बाद शुरू की जाएगी.
सदन में भले ही इमरान की पार्टी के नेता शाह महमूद कुरैशी ने कहा हो कि वह संसद में मुकाबले के लिए तैयार हैं, लेकिन अभी तक के हालातों से ऐसा लग रहा है कि अविश्वास प्रस्ताव को किसी तरह से टालने की कोशिश हो रही है.