पाकिस्तान के वजीराबाद में रैली के दौरान हुए हमले के बाद इमरान खान को गोली लगी है. इस हमले में 14 और लोग भी घायल हुए हैं, जबकि एक शख्स की मौत हो गई है. इस हमले के बाद इमरान ने एक प्रोमोशनल वीडियो शेयर किया है.
पीटीआई चेयरमैन इमरान खान द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो के बैकग्राउंड में सुना जा सकता है, "70 साल का आदमी है. गोली लगी हुई है. जख्मी है. फिर भी हाथ उठाकर मुक्का बनाकर अपने देश को बकअप कर रहा है. इसके बावजूद वो हारा हुआ नहीं है. ये हिम्मत हमें पाकिस्तान में देखने को नहीं मिलती है."
70 سال کا آدمی ہے گولی لگی ہوئی ہے، زخمی ہے، کرب میں ہے، پھر بھی عمران خان ہاتھ اٹھا کر لوگوں کا حوصلہ بڑھا رہا ہے۔
— PTI (@PTIofficial) November 3, 2022
عمران ریاض
#عمران_خان_ہماری_ریڈ_لاین_ہے pic.twitter.com/8D3TllLLSf
बता दें कि इस हमले को पीटीआई की ओर हत्या की कोशिश बताया गया था. इसको लेकर इमरान की पार्टी की ओर से तीन नाम लिए गए थे. पीटीआई ने पीएम शहबाज शरीफ, राणा सनाउल्लाह और मेजर जनरल फैसल को इस हमले के लिए जिम्मेदार बताया था. मियां असलम इकबाल और अन्य पार्टी नेताओं ने जोर देकर कहा है कि इमरान खान के खिलाफ ये जानलेवा साजिश इन लोगों द्वारा की गई है.
बीते 3 नवंबर को पाकिस्तान के गुजरांवाला के अल्लाहवाला चौक पर पीटीआई के चेयरमैन इमरान खान पर हमला हुआ था. ये हमला तब हुआ जब इमरान का आजादी मार्च का कारवां इस्लामाबाद की ओर बढ़ रहा था. तभी इमरान खान पर फैजल भट्ट ने गोली चलाई. हालांकि वहां मौजूद एक शख्स ने इसे पकड़ लिया. हालांकि तब तक ये शख्स फायर कर चुका था.
हमलावर ने किया कबूल
इमरान पर हमला करने वाले शख्स ने कबूलनामा कर लिया है. उसने कहा कि उधर अजान हो रही थी, इधर ये लोग डैक लगाकर शोर कर रहे थे इस चीज को मेरे जमीर ने अच्छा नहीं माना. फिर फैसला कर लिया कि मुझे अब इसे छोड़ना नहीं है.
पूरा पुलिस स्टेशन स्टाफ सस्पेंड
इमरान खान पर फायरिंग करने वाले आरोपी का बयान लीक होने पर पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री चौधरी परवेज इलाही ने संज्ञान लिया है. उन्होंने संबंधित थाने के एसएचओ समेत पूरे स्टाफ को सस्पेंड कर दिया है. पंजाब सरकार के मुताबिक, संबंधित थाना के अधिकारियों और सभी कर्मचारियों के मोबाइल फोन का फॉरेंसिक ऑडिट कराया जाएगा.
इमरान के खिलाफ चुनाव आयोग ने लिया था फैसला
बता दें कि पिछले दिनों पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान खान के खिलाफ एक बड़ा फैसला सुनाया था. इस फैसले में उन्हें विदेशी यात्राओं के दौरान मिले तोहफों को नियमों के खिलाफ बेचने और इससे फायदा कमाया था. इस फैसले के बाद पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने कहा था कि अब इमरान खान की संसद की सदस्यता भी रद्द हो जाएगी और वो अगले पांच साल तक कोई चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे.
लाहौर से शुरू हुआ था मार्च
इमरान ने इस फैसले को राजनीति से प्रेरित करार दिया था और ऐलान किया था कि मुल्क में जल्द आम चुनाव की मांग को लेकर वे जनता के बीच जाएंगे. इमरान ने इस मार्च की शुरुआत 28 अक्टूबर को लाहौर से की थी. गुरुवार को इस मार्च का छठा दिन था, जिसमें इमरान ख़ान पंजाब प्रांत के वजीराबाद से गुजरने वाले थे. तभी उनपर हमला हुआ.