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कौन हैं इमरान खान को जेल पहुंचाने वाले जज? सजा सुनाने के बाद चले गए लंदन

सोशल मीडिया पर इसे लेकर दो तरह की राय बंटी हुई हैं. एक तरफ कहा जा रहा है कि इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के समर्थकों के गुस्से से बचने के लिए उन्होंने यह फैसला लिया है. लेकिन एक पक्ष यह भी है कि वह पढ़ाई के सिलसिले में लंदन गए हैं. 

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इमरान खान और जज हुमायूं दिलावर
इमरान खान और जज हुमायूं दिलावर

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशाखाना मामले में तीन साल की सजा सुनाई गई है. वह फिलहाल अटक जेल में बंद हैं. लेकिन इमरान को जेल की सजा सुनाने वाले इस्लामाबाद जिला एवं सत्र अदालत के जज हुमायूं दिलावर (Humayun Dilawar) चर्चा में बने हुए है. इसकी वजह है कि उन्होंने मुल्क छोड़ दिया है. हैरान करने वाली बात ये है कि पूर्व पीएम को जेल भेजने के तुरंत बाद वह परिवार समेत लंदन के लिए रवाना हो गए थे.

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लेकिन क्यों? यह सवाल हर किसी के जेहन में है. सोशल मीडिया पर इसे लेकर दो तरह की राय बंटी हुई हैं. एक तरफ कहा जा रहा है कि इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के समर्थकों के गुस्से से बचने के लिए उन्होंने यह फैसला लिया है. लेकिन एक पक्ष यह भी है कि वह पढ़ाई के सिलसिले में लंदन गए हैं. वह लंदन की यूनिवर्सिटी ऑफ हल के स्टूडेंट हैं.

पाकिस्तान के एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, जज दिलावर पांच से 13 अगस्त तक लंदन की यूनिवर्सिटी ऑफ हल में होने वाले ज्यूडिशियल कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेने के लिए परिवार के साथ लंदन गए हैं. यही वजह थी कि वह इमरान को सजा सुनाने के तुरंत बाद उसी दिन लंदन के लिए रवाना हो गए थे.

यूनिवर्सिटी ऑफ हल के स्टूडेंट हैं जज दिलावर

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सोशल मीडिया पर चर्चा थी कि हुमायूं दिलावर को इमरान की पार्टी तहरीक ए इंसाफ पार्टी के ऑनलाइन कैंपेन की वजह से यूनिवर्सिटी ऑफ हल से निष्कासित कर दिया है. लेकिन जियो न्यूज ने यूनिवर्सिटी सूत्रों के हवाले से इससे इनकार किया. 

यूनिवर्सिटी ने पुष्टि की कि जज दिलावर अभी भी उनके यहां बने हुए हैं. दरअसल पीटीआई समर्थकों ने जज को यूनिवर्सिटी से निष्कासित किए जाने को लेकर सोशल मीडिया पर एक कैंपेन चलाया था. 

बता दें कि यूनिवर्सिटी ऑफ हल 2013 से पाकिस्तान के जजों के लिए मानवाधिकार से संबंधित ट्रेनिंग प्रोग्राम चला रहा है, जिसमें पाकिस्तान की विभिन्न अदालतों से जुड़े जजों को दाखिला दिया जाता है.

जज हुमायूं दिलावर ने शनिवार को इमरान खान को तोशाखाना मामले में तीन साल कैद की सजा सुनाई थी और फैसला सुनाने के तुरंत बाद ही वह परिवार समेत लंदन चले गए थे.

कौन है हुमायूं दिलावर

इस्लामाबाद जिला अदालत से जुड़ने से पहले वह जेंडर बेस्ड वॉयलेंस कोर्ट में जज थे. वह एक अप्रैल 2022 से 13 अप्रैल 2023 तक जेंडर डिस्क्रिमिनेशन कोर्ट में थे. उन्होंने बीते साल सात कैदियों को मौत की सजा सुनाई है. उन्होंने अलग-अलग मामलों में 11 लोगों को आजीवान कारावास की भी सजा सुनाई है. 

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