पाकिस्तान की सिंध असेंबली में मंगलवार को हंगामे के साथ मारपीट हो गई. विधानसभा के अंदर इमरान खान की पार्टी के विधायकों में जमकर लात-घूंसे चले. इस दौरान महिला विधायकों को भी वहां से भागते देखा गया. दरअसल इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) को अपने नेताओं की अंदरूनी खींचतान की वजह से ये परेशानी झेलनी पड़ी. वहीं हैरत की बात तो ये है कि जहां एक दिन असेंबली में लात घूंसे चले, तो वहीं अगले दिन विधायक पावरी करते नजर आए.
पाकिस्तान की सिंध असेंबली में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ, मारपीट तक शुरू हो गई. वहीं बुधवार को अलग ही दिन नजारा पीटीआई के विधायक पावरी स्टाइल में मौज मस्ती के अंदाज में दिखे. पीटीआई कराची के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्विटर पर इसका वीडियो भी अपलोड किया गया. बताया गया है कि सिंध विधानसभा में हुई इस घटना की जड़ में सिंध प्रांतीय असेंबली में पीटीआई के विधायक करीम बख्श गबोल थे. गबोल ने कुछ दिन पहले अपनी ही पार्टी के खिलाफ बयान जारी किए थे.
पीटीआई के विधायक करीम बख्श गबोल को मंगलवार को सिंध विधानसभा में अप्रिय घटनाओं के बाद बदहवासी में बाहर भागते देखा गया था. तब वो पीटीआई के अन्य विधायकों खुर्रम शेर जमान और राजा अजहर के साथ एक कार में बैठकर तेजी से वहां से चले गए थे, लेकिन अगले दिन बुधवार को पीटीआई के विधायक शहजाद कुरैशी का रिकॉर्ड किया गया वीडियो पार्टी की कराची यूनिट के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर अपलोड किया गया. इस वीडियो में गबोल पहले अन्य लोगों के पीछे छुपे बैठे दिखाई देते हैं और फिर फ्रेम में आने पर विक्टरी का निशान बनाते दिखते हैं. वहीं वीडियो में शहजाद कुरैशी पावरी स्टाइल में कहते नजर आते हैं “ये मैं हूं, ये MPAs हैं और ये करीम भाई हैं.’ PTI की ओर से ये वीडियो अपलोड करने के पीछे मंशा सिंध में सत्तारूढ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) को चिढ़ाने की नजर आती है.
जियो न्यूज (GEO NEWS) की रिपोर्ट के मुताबिक पीटीआई का आरोप है कि सिंध की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी सरकार ने करीम बख्स गबोल को अगवा कर लिया था, जिससे कि सीनेट चुनाव में उनका वोट हासिल किया जा सके. लेकिन पार्टी के विधायकों ने उन्हें ‘बरामद’ कर लिया. कुछ दिन पहले गबोल ने एक वीडियो बयान में पीटीआई लीडरशिप की कड़ी आलोचना की थी.
गबोल ने सिंध में सीनेट चुनाव के लिए पीटीआई की ओर से जो उम्मीदवार तय किए थे, उन पर सख्त आपत्ति जताई थी. गबोल ने ये भी कहा था कि वो हमेशा पीटीआई का सदस्य बने रहेंगे, लेकिन वोट उसी उम्मीदवार को देंगे, जिससे वो संतुष्ट होंगे. इसी वीडियो बयान पर पीटीआई विधायक खुर्रम शहजाद जमान ने आरोप लगाया था कि सिंध सरकार उनके तीन विधायकों को अगवा करके सीनेट चुनाव में पाला बदलने के लिए दबाव डाल रही है.