पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पीटीआई) चीफ इमरान खान और पाकिस्तान आवामी तहरीक के मुखिया तहीरूल कादरी के दबाव के आगे झुक गए हैं. इमरान खान की डेडलाइन पूरा होने से पहले नवाज शरीफ पीटीआई चीफ और तहीरूल कादरी से मिलने को तैयार हो गए हैं.
यह जानकारी पाकिस्तान के रेलवे मंत्री ख्वाजा साद रफिक के ट्विटर अकाउंट से दी गई. आपको बता दें कि उनका ट्विटर हैंडल पीएमएलएन द्वारा चलाया जाता है. उन्होंने ट्वीट किया कि पाकिस्तानी पीएम इमरान खान और कादरी से मिलने को राजी हो गए हैं.
It has been decided PM will meet Imran Khan for the sake of country,
Despite of language which Khan Shb used against him
— Khawaja Saad Rafique (@KhSaad_Rafique) August 20, 2014
आपको बता दें कि इमरान खान ने नवाज शरीफ और उनके भाई सीएम शाहबाज शरीफ को इस्तीफे के लिए आज रात 8 बजे तक का अल्टीमेटम दिया है और कहा है अगर ऐसा नहीं हुआ तो वो पीएम आवास पर धावा बोल देंगे. इमरान और कादरी समर्थक रात भर पाकिस्तानी संसद और पीएमओ कार्यालय के रेडजोन में डटे रहे.
दरअसल, इमरान खान के समर्थक मंगलवार देर रात को इस्लामाबाद के रोड जोन (निषिद्ध क्षेत्र) में घुस आए. देर रात 3 बजे इमरान खान का काफिला इस्लामाद के डी चौक पहुंचा. इमरान ने साफ कर दिया है कि वह शरीफ के इस्तीफे के बाद ही पीछे हटेंगे और ऐसा नहीं होता है तो वह पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के घर का घेराव करेंगे. अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'नवाज शरीफ यह आखिरी ओवर है, अब आप मैच नहीं जीत सकते. पाकिस्तान में नया सवेरा होने वाला है.' ताजा जानकारी के मुताबिक आजादी और इंकलाब मार्च के समर्थक पाकिस्तानी संसद तक पहुंच गए हैं. संसद के सामने ही उनका विरोध प्रदर्शन जारी है.
आपको बता दें कि पीटीआई चीफ इमरान ने शरीफ को इस्तीफे के लिए बुधवार रात तक की डेडलाइन दी है. उन्होंने कहा कि अगर नवाज इस्तीफा नहीं देते हैं उनके पास नया प्लान भी है. उन्होंने कहा है कि अगर उनकी मांगों को नहीं माना गया तो वह नवाज शरीफ के घर को घरेंगे.
तहीरूल कादरी के समर्थक भी मंगलवार देर रात को पाकिस्तानी संसद के पास पहुंचे. कादरी ने ऐलान किया है कि बुधवार को पीएटी संसद भवन के सामने आवामी संसद के सत्र का आयोजन करेगी. उनकी मांग है कि शरीफ सत्ता छोड़ें. कादरी ने आरोप लगाया है कि नवाज शरीफ के भाई शाहबाज शरीफ ने पीएटी कार्यकर्ताओं के खिलाफ फायरिंग के आदेश दिए थे. उन्होंने कहा, 'मौजूदा सरकार असंवैधानिक है. संवैधानिक सुधार के मद्देनजर हम केंद्र में नई सरकार का गठन करना चाहते हैं. नई सरकार के गठन तक हमें पीछे नहीं हटना है.'
इस कारण से इमरान ने निकाला मार्च
इमरान खान का दावा है कि 2013 के चुनावों में कम से कम 35 सीटों पर खुलेआम वोटों में गड़बड़ी की गई. उन्होंने आरोप लगाया कि इस साजिश में कई वरिष्ठ जज, अधिकारी और चुनाव अधिकारी शामिल थे. उन्होंने इन सीटों पर पुनर्मतगणना की मांग की थी. हालांकि, ऐेसा सिर्फ 10 सीटों पर करवाया गया. पीएम नवाज शरीफ ने इस गतिरोध को खत्म करने के लिए आरोप की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के जज की सदस्यता वाली तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग गठन करने की पेशकश की. जिसे इमरान खान ने खारिज कर दिया.