पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए कश्मीर राग अलापा है. उन्होंने कहा कि भारत के साथ रिश्ते समान्य बनाने का एकमात्र तरीका यही है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 फिर से बहाल करें.
भारतीय संसद ने 5 अगस्त 2019 को जम्मू कश्मीर राज्य को मिले विशेष दर्जा आर्टिकल 370 को निरस्त करने और राज्य का विभाजन जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के रूप में दो केंद्र शासित क्षेत्र बनाने का प्रस्ताव पास किया गया था.
आर्थिक तंगी और महंगाई की मार झेल रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत से बातचीत की इच्छा जाहिर की थी. एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, "हम सबक सीख चुके हैं. मैं भारत के पीएम नरेंद्र मोदी से कहना चाहता हूं कि हम शांति से जीना चाहते हैं और अपनी समस्याओं को सुलझाना चाहते हैं."
मंगलवार शाम को विदेशी मीडिया से बातचीत के दौरान इमरान खान ने कहा, "भारत ने कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर दिया है. अब भारत के साथ बातचीत करने का एकमात्र तरीका यही है कि पहले मोदी सरकार इसे बहाल करे."
भारत की मिसाल दी
इमरान खान ने सत्ताधारी शहबाज सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत ने तरक्की कानून के शासन के कारण की है. कानूनों के पालन किए बगैर पाकिस्तान का कोई भविष्य नहीं है.
पाकिस्तान में कानून के शासन के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा, " जब तक पाकिस्तान में कानून का शासन नहीं होगा तब तक पाकिस्तान का कोई भविष्य नहीं होगा. उदाहरण के तौर पर भारत को ले लीजिए. कानून के शासन के कारण ही भारत आगे बढ़ा है."
शहबाज शरीफ पर साधा निशाना
मीडिया से बातचीत के दौरान इमरान खान ने दावा किया कि पीएमएल (एन) और उसके सहयोगियों ने उनकी पार्टी के नेताओं को निशाना बनाने और चुनावों में धांधली करने की योजना बनाई है. उन्होंने आरोप लगाया है कि सत्तारूढ़ गठबंधन सैन्य प्रतिष्ठान में अपने आकाओं के समर्थन से उन्हें राजनीति से बेदखल करने की योजना बनाई है.
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ चीफ इमरान खान को पिछले साल अप्रैल में पीएमएलएन और उसके सहयोगियों ने अविश्वास प्रस्ताव पारित कर प्रधानमंत्री पद से हटा दिया था.
सत्ताधारी गठबंधन पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, "विपक्षी पार्टी ने मुझे अयोग्य घोषित करने की योजना बनाई है. मुझे राजनीति से दूर करने के लिए देश के सभी शक्तिशाली हलकों से प्रयास किए जा रहे हैं."
इसके अलावा उन्होंने कहा कि जनरल बाजवा को एक्सटेंशन देना मेरी सबसे बड़ी गलती थी. जनरल बाजवा पर आरोप लगाते हुए इमरान खान ने कहा कि नवाज के साथ डील के बाद बाजवा ने यह सुनिश्चित किया था कि नवाज, उनके परिवार के सदस्यों और पार्टी के लोगों को करोड़ों के भ्रष्टाचार के मामलों में वह राहत दिलाएगा.
भारत ने पाकिस्तान को दिया न्योता
पाकिस्तान की ओर से बार-बार रिश्ते सुधारने की अपील के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी, चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को शंघाई सहयोग संगठन में भारत आने का निमंत्रण भेजा है.
मई 2023 में गोवा में होने वाले इस सम्मेलन की अध्यक्षता भारत कर रहा है. पाकिस्तान के अलावा अन्य सदस्य देशों को भी भारत ने न्योता भेजा है. अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, भारत ने यह निमंत्रण पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय को दिया है.