हाल ही अपनी भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर खुशी व्यक्त करने वाले पाकिस्तानी नेता इमरान खान ने भारतीय पीएम की लाहौर यात्रा पर सवाल खड़े किए हैं. तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष इमरान ने कांग्रेस की तर्ज पर मोदी के औचक दौरे को न सिर्फ पूर्व निर्धारित बताया, बल्कि इसमें एक व्यवसाई के हित जुड़े होने की बात भी कही है.
इमरान खान ने शनिवार को नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ की मुलाकात पर एक के बाद एक तीन ट्वीट कर सवाल खड़े किए. इमरान ने ट्विटर लिखा कि मोदी और नवाज की यह मुलाकात एक बिजनसमैन दोस्त ने करवाई थी और उसके इससे हित जुड़े हुए थे. हालांकि उन्होंने मोदी के पाकिस्तान आकर नवाज से मिलने की तारीफ की, लेकिन साथ ही सवाल किया, 'हम भारत-पाक संबंधों में गर्माहट का स्वागत करते हैं, लेकिन दो प्रधानमंत्रियों की यह मुलाकात एक बिजनसमैन दोस्त द्वारा तय कराई गई थी, इसलिए इसमें हितों के टकराव का मामला निहित है.'
1. We welcome the thaw in Pak-India relations but to have a business associate arrange the 2 PMs mtgs has an underlying conflict of interest
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) December 26, 2015
पूर्व क्रिकेटर ने इस मुलाकात को विदेश मंत्रालय द्वारा पहले से तय किए जाने का दावा किया. इमरान ने दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच कथित तौर पर काठमांडू में हुई सीक्रेट मीटिंग का जिक्र करते हुए लिखा, 'काठमांडू की सीक्रेट मुलाकात के बाद लाहौर में दोनों पीएम की यह मुलाकात निश्चित तौर पर विदेश मंत्रालय के तय फ्रेमवर्क का हिस्सा है.'
2. Mtgs of the 2 PMs, from secret Kathmandu one to Lhr one, must be through institutional frameworks with MFA in the loop for sustainability
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) December 26, 2015
इमरान ने कहा कि एक बिजनसमैन दोस्त के जरिए दोनों प्रधानमंत्रियों की यह मुलाकात दोनों देशों के सुधरते संबंधों को खोखला करने वाली है और इसमें हितों के टकराव को लेकर सवाल खड़े होते हैं.
3. Mtgs of PMs through business associates undermine the detente process & raise questions of conflict of interest.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) December 26, 2015
गौरतलब है कि कांग्रेस ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करते हुए कुछ ऐसे ही आरोप लगाए थे. कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा था कि पीएम के दौरे का मकसद भारत के राष्ट्रीय हित को बढ़ावा देना या आतंकवाद से निपटने के लिए पाकिस्तान के साथ संपर्क से जुड़े रोडमैप को आगे बढ़ाना नहीं, बल्कि निजी व्यापार हितों को बढ़ावा देना है.