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महंगे गिफ्ट के फेर में इमरान की पत्नी बुशरा भी फंसी, NAB ने पूछताछ के लिए बुलाया

तोशाखाने के मामले में इमरान खान के साथ ही उनकी पत्नी बुशरा बीबी की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं. दरअसल पाकिस्तान की एजेंसी एनएबी ने उन्हें पूछताछ के लिए समन जारी किया है. हाल ही में पाकिस्तान की पुलिस ने इमरान के भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है. इमरान के भतीजे के साथ उनके कई समर्थकों को भी अरेस्ट किया गया है.

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 इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी को तोशाखाना केस में NAB ने पूछताछ के लिए बुलाया है
इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी को तोशाखाना केस में NAB ने पूछताछ के लिए बुलाया है

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर तोशाखाने के मामले में संकट के बादल मंडरा रहे हैं. उधर, उनकी पत्नी बुशरा बीबी भी महंगे गिफ्ट के फेर में फंस चुकी हैं. पाकिस्तान की भ्रष्टाचार रोधी संस्था (Anti Corruption Organization) ने इमरान की तीसरी पत्नी बुशरा बीबी को भ्रष्टाचार के एक मामले में तलब किया है. इससे पहले यानी रविवार को पुलिस ने इमरान और उनकी पार्टी के एक दर्जन से ज्यादा नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज की थी.

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इससे पहले राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (National Accountability Bureau) ने तोशाखाना मामले में पूछताछ के लिए इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा को 9 मार्च को अपने रावलपिंडी कार्यालय में बुलाया था. तोशखाना केस में इमरान के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया था. हालांकि वारंट जारी होने के बाद भी पाकिस्तान की पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई. बवाल बढ़ने के बाद हाल ही में कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी पर 30 मार्च तक रोक लगा दी है. लेकिन पाकिस्तान की पुलिस ने उनके भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है. इमरान के भतीजे के साथ उनके कई समर्थकों को भी अरेस्ट किया गया है. 

पुलिस के इस एक्शन के बाद शनिवार से लेकर अब तक गिरफ्तार होने वाले PTI कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़कर 198 हो गई है. दरअसल, इमरान के भतीजे पर अदालत के बाहर तैनात पुलिसकर्मियों पर हमला करने वाले लोगों में शामिल होने का आरोप है.

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क्या है तोशाखाना?

यह एक फारसी शब्द है, जिसका मोटा अर्थ है खजाने का भंडार. लगभग सभी मुल्कों में इस तरह का भंडार होता है, जो मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स के तहत आता है. शुरुआत में देशों के बीच इस तरह से तोहफों का लेनदेन वर्जित था. माना जाता था कि इससे गिफ्ट लेने वाले को हरदम देने वाले से दबकर रहना होता है, खासकर अगर गिफ्ट काफी कीमती हो. आगे चलकर डिप्लोमेटिक गिफ्ट के मायने बदले. सभी देश मानने लगे कि तोहफों के लेनदेन से रिश्ते मजबूत होते हैं. 

क्या दिया जाता है?

देश दूसरे देश के नेताओं को ऐसे गिफ्ट देने लगे, जो उनके यहां दुर्लभ हों. जैसे अगर किसी देश में केसर नहीं मिलता, तो हमारे यहां से शुद्ध केसर उनके यहां जाता. भारत की ही बात करें तो काफी लंबे समय तक हमारे यहां से हाथी और सोने की मूर्तियां डिप्लोमेटिक गिफ्ट की तरह विदेशी प्रधानों को दी जाती रहीं. आजकल भगवत गीता और कुरान से लेकर देश की सांस्कृतिक पहचान को बताने वाले तोहफे दिए जा रहे हैं. 

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