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अपने ही देश में घिर गए इमरान खान, हिना रब्बानी बोलीं- इमरजेंसी जैसे हालात

भारत ने पुलवामा आतंकी हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान के बालाकोट में कई आतंकी कैंपोc को तबाह कर दिया. भारत की इस जवाब कार्रवाई के बाद से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपने ही देश में घिर गए हैं.

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हिना रब्बानी खार (फोटो- Reuters)
हिना रब्बानी खार (फोटो- Reuters)

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भारत ने पुलवामा आतंकी हमले का बदला लेते हुए पाकिस्तान के बालाकोट में कई आतंकी कैंपोc को तबाह कर दिया. भारत की इस जवाब कार्रवाई के बाद से पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपने ही देश में घिर गए हैं. पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने इमरान खान पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कहा कि देश में इमरजेंसी जैसे हालात हैं. इमरान खान संसद में आकर जवाब दें.

बता दें कि भारतीय वायु सेना ने मंगलवार तड़के बालाकोट में स्थित आतंकी कैंपों पर जोरदार हमला बोलते हुए कई आतंकी कैंपों को तबाह कर दिया है. बताया जा है कि इसमें  जैश-ए-मोहम्मद के कई आतंकी ढेर हुए हैं. भारत ने ये बदला 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद लिया है.

भारत की कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान की संसद में भी हंगामा हुआ.संसद में इमरान खान शेम-शेम के नारे लगे. इसके अलावा इमरान खान मुर्दाबाद के नारे लगे.

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वहीं विपक्षी नेताओं ने संयुक्त संसदीय सत्र की मांग की है. पाकिस्तान पीपल्स पार्टी (पीपीपी) के वरिष्ठ नेता खुर्शीद शाह ने कहा है कि संयुक्त संसदीय सत्र बुलाया जाना चाहिए.  शाह ने कहा कि हम युद्ध की स्थिति में हैं. संसद को एक साथ बैठकर फैसला करना चाहिए.

शाह ने कहा कि भारत हमारे आंतरिक मतभेदों का फायदा उठाना चाहता है और हम पर हमला करना चाहता है. उन्होंने कहा कि हमें भारत और दुनिया को दिखाना होगा कि पूरा देश एकजुट है. वहीं पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता और पूर्व रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ भी संयुक्त संसदीय सत्र बुलाने की मांग की है.

'पाकिस्तान ने हमारे सबूतों पर कोई कार्रवाई नहीं की'

भारत सरकार की ओर से बयान में कहा गया है कि इस कार्रवाई में किसी नागरिक या सेना को निशाना नहीं बनाया गया है बल्कि एयर फोर्स का टारगेट जैश के ठिकाने थे. विदेश मंत्रालय की ओर से विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि 14 फरवरी को पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा में आतंकी हमला किया था, जिसमें हमारे 40 जवान शहीद हुए थे.

गोखले ने कहा कि इससे पहले पठानकोट में भी जैश की तरफ से आतंकी हमला किया गया था. पाकिस्तान हमेशा इन संगठनों की अपने देश में मौजूदगी से इनकार करता आया है. पाकिस्तान को कई बार सबूत भी दिए गए लेकिन उसने आतंकी संगठन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की.

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