भारत और जर्मनी बुधवार को आतंकवाद निरोधक उपायों पर सहयोग को लेकर सहमत हुए. भारत में एक महत्वाकांक्षी सौर परियोजना के लिए एक अरब अमेरिकी डॉलर की जर्मन प्रतिबद्धता सहित कई अन्य प्रस्तावों की समीक्षा की गई. जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल के प्रस्तावित भारत दौरे के दौरान जिन मुद्दों पर बातचीत होगी, उन पर भी चर्चा हुई.
व्यापक बातचीत में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और जर्मनी के फ्रैंक-वॉल्टर स्टाइनमायर ने अप्रैल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के दौरान किए गए फैसलों के लागू करने का आकलन किया और अक्तूबर में मर्केल के प्रस्तावित भारत दौरे से ठोस परिणामों को साफ किया.
भारत-पाक संबंधों पर चर्चा
सुषमा और स्टाइनमायर ने आतंकवाद के खतरे के मद्देनजर भारत-जर्मनी के बीच करीबी सुरक्षा और रक्षा सहयोग की जरूरत पर जोर दिया. उन्होंने भारत-पाक संबंधों और अफगानिस्तान के हालात सहित कई अन्य क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया, ‘बैठक बहुत अच्छी और सकारात्मक रही जिससे भारत-जर्मनी की रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी. इससे चांसलर मर्केल के भारत दौरे, जिसका बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है, से ठोस एवं फलदायी परिणाम निकलेंगे.’
-इनपुट भाषा