अब पूरब में भी ‘पहला वाघा’ :बोर्डर: होगा और सीमा पर करीब एक माह के अंदर भारत और बांग्लादेश के जवान अपने अपने झंडे को झुकाकर ‘रीट्रिट’ करेंगे.
सीमा सुरक्षा बल :बीएसफ: और बोर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के जवान पूर्ण परिधान में पेट्रोपोल (भारत)- बेनापोल (बांग्लादेश) सीमा पर रीट्रिट करेंगे यानी अपने अपने झंडे झुकायेंगे जैसा कि भारत पाकिस्तान सीमा पर परंपरा है.
बीएसएफ के प्रमुख सुभाष जोशी ने आज यहां बताया कि दोनों ही देश शाम में होने वाले इस कार्यक्रम के दर्शन के लिए अपने अपने सीमाक्षेत्र में पर्यटकों के लिए बुनियादी ढांचा तैयार करने में जुट गए हैं. यह वाघा अटारी बोर्डर पर उंची पदचाप के बजाय कहीं ज्यादा दोस्ताना और बेहतर होगा.
यहां बीजीबी के साथ पांच दिवसीय वार्ता के समापन पर जोशी ने संवाददाताओं से कहा, ‘हमने निर्णय लिया है कि चरणबद्ध तरीके से विभिन्न स्थानों पर हमारा संयुक्त रीट्रिट कार्यक्रम होगा और इसकी शुरूआत पेट्रोपोल (भारत)- बेनापोल (बांग्लादेश) सीमा से होगी. अभ्यास हो रहा है और यह महीने भर के अंदर शुरू हो जाएगा.’ बीजीबी के महानिदेशक मेजर जनरल अजीज अहमद की अगुवाई में 23 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल दोनों बलों के बीच वार्ता के लिए दिल्ली में है.
भारत और पाकिस्तान पारंपरिक रूप से वाघा अटारी बोर्डर पर झंडे झुकाने का कार्यक्रम करते हैं और उसे बड़ी संख्या में देश विदेश के लोग देखते हैं.