भारत और चीन के बीच बॉर्डर पर जारी तनाव पर दुनिया की नजर है. अमेरिका के बाद अब ब्रिटेन की ओर से इस मसले पर आधिकारिक बयान आया है. ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि भारत और चीन के बीच हालात काफी सीरियस हैं, ब्रिटेन इस पर नज़र बनाए हुए है.
बुधवार को ब्रिटिश संसद में सवाल-जवाब के दौरान बोरिस जॉनसन ने भारत और चीन के बीच जारी तनाव पर जवाब दिया. कंज़रवेटिव सांसद की ओर से पूछे गए सवाल पर बोरिस जॉनसन ने जवाब दिया.
उन्होंने कहा कि कॉमनवेल्थ सदस्य और ऑटोक्रेसी देश आज आमने सामने हैं. ब्रिटिश पीएम ने कहा कि ब्रिटेन हालात पर नजर बनाए हुए है, अभी वहां पर चिंताजनक हालात हैं.
लद्दाख के देपसांग में नया मोर्चा खोलने की तैयारी में चीन, देखे गए कैंप और वाहन
बोरिस जॉनसन ने कहा कि मैं अपनी ओर से यही अपील कर सकता हूं कि दोनों देशों को आपस में बात करनी चाहिए और बॉर्डर के मसले को सुलझाना चाहिए. ब्रिटेन से पहले अमेरिका भी लगातार भारत और चीन के मसले पर बयान दे रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बीते दिनों कहा था कि उनकी टीम भारत और चीन से बात कर रही है, हालात काफी तनावपूर्ण हैं. हम चाहते हैं कि दोनों देश आपस में बात करें. दूसरी ओर अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा था कि चीन ने ही भारत को उकसाया है, चीन लगातार ऐसा करने की कोशिश कर रहा है.
अगर भारत की बात करें तो चीन से लगातार सैन्य और कूटनीतिक तौर पर बात चल रही है. भारत की मांग है कि अप्रैल से पहले की स्थिति लागू की जाए और चीनी सैनिक LAC से वापस लौटें. हालांकि, अभी तक चीन के रुख में खास बदलाव होता नहीं दिख रहा है.
पंद्रह जून को बातचीत के दौरान ही भारत और चीन के सैनिकों में हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें भारतीय सेना के बीस जवान शहीद हुए थे.