भारत-चीन के बीच लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर अभी तनाव कम नहीं हुआ है. इस बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (People's Liberation Army) के वेस्टर्न थिएटर कमांड के कमांडर शू क्यूलिंग (Xu Qiling) को जनरल रैंक में प्रमोट कर दिया है.
शी जिनपिंग चीन के सेंट्रल मिलिट्री कमीशन (CMC) के अध्यक्ष भी हैं. उन्होंने 58 साल के शू को जनरल रैंक में प्रमोट किया है, जो चीन की सेना में हाईएस्ट रैंक है.
तीन और अधिकारियों का भी प्रमोशन
शू के अलावा भी और तीन अधिकारियों को भी प्रमोट किया गया है. चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ (Xinhua) की रिपोर्ट के मुताबिक, शी जिनपिंग ने और जिन अधिकारियों को जनरल की रैंक में प्रमोट किया है, उनमें सदर्न थिएटर कमांड के वांग श्यूबिन (Wang Xiubin), PLA के कमांडर लियु झेनली (Liu Zhenli) और PLA स्ट्रैटजिक सपोर्ट (मिसाइल) के कमांडर जू क्वानशेंग (Ju Qiansheng) शामिल हैं. सोमवार को CMC के एक कार्यक्रम में जिनपिंग ने इन्हें प्रमोशन के सर्टिफिकेट भी दे दिए हैं.
ये भी पढ़ें-- गलवान घाटी में हिमाकत कर चीन ने खुद को ही पहुंचाया नुकसान, सालभर में इतनी मजबूत हो गई सेना-वायुसेना
शू क्यूलिंग पहले लेफ्टिनेंट जनरल थे, जिन्हें पिछले साल जून में वेस्टर्न थिएटर कमांड का कमांडर नियुक्त किया गया था. ये वही वक्त था जब भारत-चीन के बीच लद्दाख में तनाव चरम पर था. शू हमेशा से जिनपिंग के पसंदीदा रहे हैं. शू को जिनपिंग का करीबी भी माना जाता है.
पिछले साल मई से शुरू हुआ था तनाव
पिछले साल मई में भारत और चीन की सेनाओं (India-China Standoff) के बीच तनाव बढ़ना शुरू हुआ था. जून में दोनों सेनाओं के बीच हिंसक झड़प भी हुई थी. हालांकि, बाद में दोनों सेनाएं बातचीत के लिए आईं और पीछे हटने पर सहमति जाहिर की.
ये भी पढ़ें-- चीन के खिलाफ भारत ने बॉर्डर पर भेजे 50 हजार और सैनिक, क्या है रणनीति?
हालांकि, अभी भी पूरी तरह से तनाव खत्म नहीं हुआ है. चीनी सेनाएं कई जगहों से पीछे जरूर हटी हैं, लेकिन अभी भी वो हॉट स्प्रिंग्स (Hot Springs), गोगरा (Gogra) और देप्सांग (Depsang) में डटी हुई है. भारत इन तीन जगहों से वापसी को लेकर दबाव बना रहा है. सेना से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि LAC पर अभी भी दोनों देशों के 50 से 60 हजार जवान तैनात हैं.
11 दौर की बातचीत के बाद भी चीन की सेना इन इलाकों से हटने के लिए राजी नहीं हुई है. 25 जून को भारत और चीन के बीच वर्चुअल मीटिंग में जल्द ही अगले दौर की बातचीत करने का फैसला लिया गया है.