प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मई महीने में चीन दौरे पर जाएंगे. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बीजिंग में भारतीय समुदाय से मिलने के बाद भारतीय मीडिया से बातचीत में यह जानकारी दी. प्रधानमंत्री के दौरे की तारीखों का ऐलान रविवार को किया जाएगा. सुषमा स्वराज ने कहा कि दोनों देशों के बीच मानसरोवर यात्रा का नया रास्ता मुख्य मुद्दा है.
‘सीमा मुद्दे’ के ‘जल्द समाधान’ के लिए प्रतिबद्ध
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने चीन के अपने पहले दौरे पर रविवार को कहा कि भारत विवादित सीमा मुद्दे के ‘जल्द समाधान’ के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने एशियाई सदी में कार्योन्मुखी अवधारणा के साथ चीन-भारत संबंधों की नई शुरूआत के लिए छह सूत्री ‘मॉडल’ प्रस्तावित किया.
चीन की अपनी चार दिवसीय यात्रा पर यहां पहुंचीं सुषमा ने भारत-चीन मीडिया फोरम को संबोधित करते हुए प्रस्तावित किया कि दोनों देशों को कार्योन्मुखी रुख, व्यापक आधार वाले द्विपक्षीय रिश्ते, सामान्य, क्षेत्रीय और वैश्विक हितों को साथ लेकर चलना चाहिए और सहयोग के नए क्षेत्रों के विकास, रणनीति संपर्क के विस्तार के साथ ‘एशियाई सदी’ का परिचय कराने के लिए समान आकांक्षाओं को पूरा करना चाहिए.
यह रेखांकित करते हुए कि उनकी यात्रा भारत में निर्णायक जनमत के साथ नई सरकार आने के मद्देनजर हो रही है, सुषमा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत सरकार ने युवा, जोश से भरी और उद्यमशील पीढ़ी की आकांक्षा को आगे बढ़ाया है.
उन्होंने कहा, ‘पिछले आठ महीने का रिकॉर्ड इस बात का सबूत है कि मेरे देश में तेजी से बदलाव जारी है जो आधुनिकता की हमारी यात्रा को तेज करेगा.’ सुषमा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी पहले ही चीनी राष्ट्रपति शी जिनफिंग के साथ तीन बैठकें और प्रधानमंत्री ली केकियांग से एक बार मुलाकात कर चुके हैं.
चीन के साथ भारत के संबंधों के महत्व को रेखांकित करते हुए सुषमा ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यभार संभालने के बाद चीन के विदेश मंत्री वांग यी भारत द्वारा आमंत्रित की जाने वाली पहली विदेशी हस्ती थे.
- इनपुट भाषा