भारत ने कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय हस्तक्षेप की मांग करने वाली ब्रिटेन की लेबर पार्टी के प्रस्ताव की कड़ी आलोचना की है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने लेबर पार्टी के कदम को वोट बैंक हितों को साधने वाला बताया. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर लेबर पार्टी या उसके प्रतिनिधियों से बातचीत करने का कोई सवाल नहीं है.
बता दें कि बुधवार को लेबर पार्टी के वार्षिक सम्मेलन में कश्मीर पर एक आपातकालीन प्रस्ताव पास किया गया था. प्रस्ताव पास करते हुए पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बिन से अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों को क्षेत्र में जाने और उसके लोगों के आत्म निर्णय के अधिकार की मांग करने के लिए कहा.
Clear attempt at pandering to vote-bank interests: India condemns Labour Party motion on Kashmir
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— ANI Digital (@ani_digital) September 25, 2019
कश्मीर पर ब्रिटिश सरकार के आधिकारिक रुख के विपरीत विपक्ष ने यह प्रस्ताव पास किया है. ब्रिटिश सरकार का रुख रहा है कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मुद्दा है. बता दें कि भारत ये साफ कर चुका है कि कश्मीर उसका और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय मामला है. इसमें किसी के हस्तक्षेप की कोई आवश्यकता नहीं है.
वहीं पाकिस्तान भारत के इस कदम के बाद से बौखलाया हुआ है. वह कई देशों के सामने कश्मीर का मुद्दा उठा चुका है, लेकिन उस जगह से निराशा हाथ लगी है.