भारत ने आतंकवाद के पनाहगाह पाकिस्तान का चेहरा एक बार फिर से विश्व समुदाय के समक्ष बेनकाब कर दिया है. संयुक्त राष्ट्र में भारत ने कहा कि पाकिस्तान न सिर्फ वैश्विक आतंकवाद की फैक्ट्री बन चुका है, बल्कि वह अपने यहां अल्पसंख्यकों के साथ अत्याचार कर रहा है.
भारत ने कहा कि पाकिस्तान ने हमारे राज्य में जबरन और अवैध कब्जा कर रखा है. पाकिस्तान लगातार जम्मू एवं कश्मीर में आतंकवाद का समर्थन कर रहा है, जो सूबे में नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है. पाकिस्तान सामरिक रूप से अहम गिलगिट-बाल्टिस्तान क्षेत्र को अपना पांचवां राज्य घोषित करने की योजना में है, जिसके मद्देनजर भारत की यह प्रतिक्रिया सामने आई है.
चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) भी गिलगित-बाल्टिस्तान से होकर गुजर रहा है. पाकिस्तान इस क्षेत्र में अवैध कब्जा कर रखा है. भारत इसे अपना क्षेत्र मानता है और सीपीईसी का कड़ा विरोध कर रहा है. भारत के विरोध से चीन और पाकिस्तान बेहद चिंतित हैं. लिहाजा पाकिस्तान ने दुनिया की आंख में धूल झोंकने के लिए गिलगित-बाल्टिस्तान को राज्य का दर्जा देना चाहता है. पाक अधिकृत कश्मीर (POK) के तहत आने वाले गिलगित-बाल्टिस्तान के लोगों पर पाकिस्तान अत्याचार करता है और कहर बरपाता है.
इसके चलते यहां के लोग पाकिस्तान के खिलाफ अक्सर विरोध प्रदर्शन करते रहते हैं. यहां के लोग भारत और संयुक्त राष्ट्र से भी कई बार मदद की गुहार लगा चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र में भारत ने कहा कि पाक एक बार फिर से मानवाधिकार परिषद का दुरुपयोग करके जम्मू एवं कश्मीर के आंतरिक मसले पर हस्ताक्षेप करना चाहता है. वह गिलगित-बाल्टिस्तान को अपना पांचवां प्रांत घोषित करने की फिराक में है. इससे पहले पाकिस्तान के चार प्रांत बलूचिस्तन, खैबर पख्तुनख्वा, पंजाब और सिंध हैं.