पाकिस्तान के इस्लामाबाद में आयोजित इस्लामिक देशों की बैठक इस्लामिक सहयोग संगठन (Organisation Of Islamic Cooperation) में चीन ने कश्मीर पर टिप्पणी की है जिस पर भारत ने कड़ी आपत्ति जताई है. भारत ने चीन की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वो भारत के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने से बचे.
कश्मीर पर क्या कहा है चीन ने?
ओआईसी की बैठक में पाकिस्तान ने जोर-शोर से कश्मीर का मुद्दा उठाया है. बैठक में शामिल चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कश्मीर के मुद्दे पर बोलते हुए कहा, 'कश्मीर पर आज हमने फिर से कई इस्लामिक दोस्तों की बातों को सुना. इस मुद्दे पर चीन को भी यही उम्मीदें हैं.'
चीनी विदेश मंत्री की टिप्पणी पर भारत की तीखी प्रतिक्रिया
चीनी विदेश मंत्री की इस टिप्पणी पर भारत के विदेश मंत्रालय की तरफ से एक बयान जारी किया गया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भारत के बयान को अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा किया है. बयान में कहा गया है, 'हम उद्घाटन समारोह (ओआईसी बैठक के) में चीनी विदेश मंत्री वांग यी के भाषण में भारत के अनावश्यक संदर्भ की आलोचना करते हैं.'
किसी बयान की आलोचना करते समय किसी विदेश मंत्री का नाम लेना काफी असामान्य माना जाता है. लेकिन इस मामले में भारत की तरफ से चीनी विदेश मंत्री का नाम लेना ये दिखाता है कि भारत इस मामले को लेकर कितनी सख्ती अपना रहा है.
बयान में आगे कहा गया, 'केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर से जुड़े मसले पूर्ण रूप से भारत के आंतरिक मामले हैं. इस पर चीन या दुनिया के किसी अन्य देश को टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है. इन देशों को ये देखना चाहिए कि भारत किसी भी देश के आंतरिक मामले में टिप्पणी नहीं करता है.'
भारत के सख्त रुख का असर हो सकता है चीनी विदेश मंत्री की भारत यात्रा पर?
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने आधिकारिक सूत्रों के हवाले से लिखा है कि चीनी विदेश मंत्री वांग यी 24-25 के बीच एक दिवसीय भारत यात्रा पर आ सकते हैं. हालांकि भारत सरकार की तरफ से इसकी पुष्टि करना बाकी है.
पिछले दो सालों से चीन-भारत के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच चीनी विदेश मंत्री की ये भारत यात्रा काफी अहम मानी जा रही है. लेकिन उनका कश्मीर पर टिप्पणी और भारत का उस पर कड़ी प्रतिक्रिया देना दोनों देशों के बीच धीरे-धीरे ठीक होते संबंधों को पटरी से उतार सकता है. चीनी विदेश मंत्री की भारत यात्रा का भी इस पर असर हो सकता है.
चीन संबंधी मुद्दों पर कभी टिप्पणी नहीं करता भारत
भारत आमतौर पर चीन के आंतरिक मामलों- ताइवान, तिब्बत, हांगकांग में मानवाधिकारों के उल्लंघन और शिनजियांग प्रांत में उइगरों के खिलाफ अत्याचार सहित किसी भी मामले की आलोचना नहीं करता है. ऐसे में भारत के आंतरिक मामले में चीन के दखल ने भारत को नाराज कर दिया है.