संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ के भारत पर मानवाधिकार हनन के आरोपों का भारत ने करारा जवाब दिया है. संयुक्त राष्ट्र में भारत के परमानेंट मिशन की पहली सेक्रेटरी एनम गंभीर ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद का आईवी लीग यानी पाठशाला है.
एनम ने कहा कि पाकिस्तान लंबे समय से अपने देश में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है. उसके बढ़ाए आतंकवाद के जहर को पूरी दुनिया भुगत रही है. एनम ने यह भी कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद, मानवाधिकार हनन को अपनी नीति के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है.
अंतरराष्ट्रीय आर्थिक मदद का इस्तेमाल आतंकियों को ट्रेनिंग देने में हो रहा
एनम ने अपने जवाब में यह भा बताया कि पाकिस्तान किस तरह खुद को मिलने वाली अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहायता का इस्तेमाल आतंकी समूहों को ट्रेनिंग देने, फाइनेंस करने और समर्थन देने में कर रहा है. ये आतंकी समूह पाकिस्तान के पड़ोसी देशों में छद्म युद्ध को बढ़ावा दे रहे हैं.
गंभीर ने बताया कि उरी हमला पाकिस्तान द्वारा लगातार भारत के खिलाफ आतंकवादियों को ट्रेनिंग देने का नतीजा था. उन्होंने यह भी कहा कि यूएन द्वारा आतंकवादी घोषित करने के बावजूद पाकिस्तान में कई आतंकी बेफिक्र होकर खुलेआम घूम रहे हैं और इनको सरकार का समर्थन भी हासिल है.
गंभीर ने ऐसे किया पलटवार
1. मानवाधिकार का सबसे बड़ा उल्लंघन आतंकवाद है. जब कोई देश इसे अपनी नीति बना ले तो यह युद्ध अपराध होता है.
2. भारत और उसके अन्य पड़ोसी देश जो आज भुगत रहे हैं, वह लंबे समय से पाकिस्तान द्वारा आतंकवाद को बढ़ावा देने का नतीजा है.
3. पाकिस्तान एक आतंकवादी देश है, जो भारत में युद्ध की स्थिति पैदा करने के लिए आतंकवादियों को ट्रेनिंग देने पर अरबों डॉलर खर्च कर रहा है.
4. पाकिस्तान के पीएम आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के कमांडर का समर्थन करते हैं.
5. पाकिस्तान एक ऐसा देश है जहां लोकतंत्र का अभाव है, बल्कि वह अपने ही लोगों पर आतंकवाद का इस्तेमाल कर रहा है.