रूस से सस्ता तेल खरीद रहा भारत अब वेनेजुएला से भी सस्ता तेल खरीदने पर विचार कर रहा है. भारत के तेल एवं पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बुधवार को कहा कि भारत वेनेजुएला से तेल खरीद सकता है और भारतीय तेल रिफाइन कंपनियां इस तेल को रिफाइन कर सकती हैं, बशर्ते यह तेल सस्ती कीमतों पर उपलब्ध हो.
भारत के तेल एवं पेट्रोलियम मंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है जब हाल ही में अमेरिका ने वेनेजुएला पर लगाए गए तेल प्रतिबंधों में छूट दी है. पिछले महीने इजरायल और हमास में एक बार फिर युद्ध छिड़ने से मिडिल ईस्ट में तनाव का माहौल है, जिसे देखते हुए अमेरिका ने वेनेजुएला के तेल प्रतिबंधों में छूट दी है.
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है. भारत कुल जरूरत का 80 फीसदी से भी ज्यादा कच्चा तेल आयात से पूरा करता है. वेनेजुएला से तेल आयात कर भारत कच्चे तेल के आयात बिल में कटौती करना चाहता है.
'जहां भी सस्ता तेल मिलेगा, हम वहां से खरीदेंगे': हरदीप पुरी
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक इंडस्ट्री इवेंट में वेनेजुएला से तेल आयात से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए कहा, "मार्केट में जब ज्यादा सप्लायर होते हैं तो यह हमेशा अच्छा होता है. हमें जहां भी सस्ता तेल मिलेगा, हम वहां से खरीदेंगे."
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय रिफाइनरियां जैसे इंडियन ऑयल और रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले भी वेनेजुएला से तेल खरीदती रही हैं. वेनेजुएला सबसे बड़े तेल भंडार वाले देशों में से एक है और बड़े पैमाने पर इसके उत्पादन से वैश्विक तेल कीमतों में कमी लाई जा सकती है.
दक्षिणी अमेरिकी देश वेनेजुएला पर 2019 से ही प्रतिबंध लगा हुआ था. 2024 में होने वाले आगामी चुनाव और मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव को देखते हुए वेनेजुएला सरकार और विपक्षी दलों के बीच समझौते के बाद अमेरिका ने दो सप्ताह पहले इन प्रतिबंधों को मोटे तौर पर खत्म कर दिया है.
अमेरिकी वित्त (ट्रेजरी) विभाग की ओर से जारी एक नए सामान्य लाइसेंस के तहत वेनेजुएला अगले छह महीनों तक बिना किसी लिमिट के किसी भी देश को तेल निर्यात कर सकता है.
रूस से सस्ता तेल खरीद रहा भारत
यूक्रेन से जंग के कारण पश्चिमी देशों की ओर से लगाए गए आर्थिक प्रतिबंध का सामना कर रहा रूस अपनी अर्थव्यवस्था को संतुलित करने के लिए भारत को रियायत कीमतों के साथ तेल निर्यात कर रहा है. इस वजह से भारतीय रिफाइन कंपनियां भरपूर मात्रा में रूस से तेल आयात कर रही हैं.
फरवरी 2022 में रूस-यूक्रेन संघर्ष शुरू होने से पहले भारत के इंपोर्ट बास्केट में रूस के तेल की हिस्सेदारी एक फीसदी से भी कम थी. लेकिन यूक्रेन से जंग के बाद में भारतीय तेल बाजार में रूस की हिस्सेदारी बढ़कर 35 फीसदी से ज्यादा हो गई.
अक्टूबर 2023 में भारत ने रूस से 15.5 लाख बैरल प्रति दिन (बीपीडी) कच्चे तेल का आयात किया, जबकि पिछले महीने में यह 1.62 मिलियन बीपीडी था. अक्टूबर में भारत द्वारा कुल कच्चे तेल के आयात में रूसी तेल का योगदान लगभग 34 प्रतिशत रहा.