भारत दौरे पर आए नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच शनिवार को शिष्टमंडल स्तर की वार्ता हुई. दोनों देशों ने रक्षा, सुरक्षा, कनेक्टिविटी और व्यापार समेत कई क्षेत्र में अपने संबंधों को मजबूत बनाने पर जोर दिया. इस बीच पीएम मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री ओली ने दिल्ली से रिमोट कंट्रोल के जरिए बीरगंज में इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (ICP) का भी उद्घाटन किया. बीरगंज को नेपाल का प्रवेश द्वार माना जाता है और नेपाल का 60 प्रतिशत व्यापार इसी मार्ग से होता है.
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि भारत, नेपाल के साथ समुद्री मार्ग और रेल संपर्क बढ़ाना चाहेगा और काठमांडू के लिए नई रेल लाइन बनाने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत है. साथ ही पीएम मोदी ने अपने नेपाली समकक्ष केपी शर्मा ओली को आश्वस्त किया कि भारत दोनों देशों के बीच खुली सीमा के गलत उपयोग को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है.
नई दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में दोनों देशों के बीच प्रतिनिधि स्तर की वार्ता के बाद नेपाली पीएम के साथ संयुक्त वार्ता में उन्होंने कहा, "जहां तक सुरक्षा पहलुओं की बात है, तो हमारे बीच मजबूत संबंध हैं और हम अपनी खुली सीमा के गलत उपयोग को रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं." मोदी ने कहा कि पड़ोसी हिमालयी देश के विकास में भारत का योगदान जारी रहेगा.
उन्होंने कहा, "नेपाल के विकास में भारत के योगदान का लंबा इतिहास रहा है. मैं प्रधानमंत्री ओली को आश्वस्त करना चाहता हूं कि यह भविष्य में भी जारी रहेगा." मोदी ने कहा कि दोनों देश रेलवे और जलमार्ग के माध्यम से संपर्क को बेहतर करने की ओर अग्रसर हैं. उन्होंने कहा, "हमारा मकसद नेपाल के साथ रेलमार्ग और जलमार्ग को बेहतर करना है."
भारत के साथ संबंधों को बहुत महत्व देता है नेपालः ओली
वहीं, ओली ने कहा कि नेपाल भारत के साथ संबंधों को बहुत महत्व देता है. दोनों पड़ोसी देशों के बीच काफी निकट संबंध हैं और समृद्धि ही दोनों का लक्ष्य है. मालूम हो कि नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली अपने तीन दिवसीय विदेशी दौरे पर भारत आए हुए हैं. उन्होंने फरवरी में दूसरी बार सत्ता में वापसी करने के बाद अपने विदेशी दौरे की शुरुआत भारत से की है.
भारत और नेपाल के बीच है रोटी-बेटी का रिश्ता
नेपाल और भारत के बीच लंबे अरसे से रोटी-बेटी का संबंध रहा है, लेकिन हाल के दिनों में मधेसी आंदोलन को लेकर दोनों देशों के रिश्तों में खटास देखने को मिली है. इसके चलते नेपाल का चीन के प्रति रुख बढ़ा है. नेपाल के चीन के साथ वन बेल्ट वन रोड परियोजना में शामिल होने के निर्णय से भी भारत के साथ संबंधों में तनाव आया. ऐसे में ओली का भारत से अपने विदेशी दौरे की शुरुआत करना इस बात का साफ संकेत है कि वो भारत के साथ रिश्तों को मजबूत करना चाहते हैं.
इसके साथ ही ऐसा करके उन्होंने भारत-नेपाल संबंधों की परंपरा को बरकरार रखा है. हालांकि ओली को चीन समर्थित माना जाता है. शुक्रवार को नेपाली प्रधानमंत्री ओली अपनी पत्नी राधिका शाक्य के साथ नई दिल्ली पहुंचे, तो हवाई अड्डे पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उनका स्वागत किया. ओली के साथ 54 सदस्यीय उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है.
राहुल गांधी और मनमोहन से भी मिले ओली
शनिवार को राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने नेपाल समकक्ष ओली का रस्मी स्वागत किया गया. साथ ही नेपाली पीएम को राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. नई दिल्ली स्थित नेपाली दूतावास के मुताबिक ओली ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी मुलाकात की और 'नेपाल-भारत संबंधों के विभिन्न आयामों' पर चर्चा पर की.