प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स के सदस्य देशों के साथ मिलकर अपने सपनों की दुनिया बनाना चाहते हैं. वो डिजिटल इंडिया को डिजिटल वर्ल्ड में तब्दील करना चाहते हैं. गुरुवार को उन्होंने अपने न्यू वर्ल्ड ड्रीम की योजना को ब्रिक्स सदस्य देशों से साझा किया है.
मोदी के न्यू वर्ल्ड का सपना टेक्नोलॉजी रिवॉल्यूशन पर टिका है, जहां हर काम तकनीक के जरिए आसान बनाया जाएगा. न्यू वर्ल्ड में शिक्षा से लेकर मार्केट और दफ्तर तक ऑनलाइन होंगे. टेक्नोलॉजी रिवॉल्यूशन के जरिए रोबोटिक, आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस, ब्लॉक चैन, नैनो-टेक्नोलॉजी, क्वांटम कम्प्यूटिंग, बायो-टेक्नोलॉजी, थ्रीडी प्रिंटिंग और ऑटोनोमस व्हिकल्स को बढ़ावा दिया जाएगा.
अब भारत दुनिया में टेक्नोलॉजी रिवॉल्यूशन लाने के लिए ब्रिक्स के सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करेगा. गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका में 10वें ब्रिक्स समिट में पीएम मोदी ने दुनिया को और बेहतर बनाने में टेक्नोलॉजी, कौशल विकास और बहुपक्षीय सहयोग के महत्व पर बल दिया. मोदी ने कहा कि दुनिया में विकसित की जा रही नई टेक्नोलॉजी और परस्पर संपर्क के डिजिटल तरीके हमारे लिए अवसर भी हैं और चुनौती भी.
इसके बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर बताया, 'ब्रिक्स के साथी नेताओं के साथ सत्र में मैंने विभिन्न वैश्विक मुद्दों, प्रौद्योगिकी के महत्व, कौशल विकास तथा प्रभावी बहुपक्षीय सहयोग के जरिये दुनिया को और अच्छा बनाने के मुद्दों पर अपने विचार साझा किए.' मोदी ने कहा कि ब्रिक्स देशों को चौथी औद्योगिक क्रांति के परिणाम के बारे में गंभीरता से सोचना चाहिए, जिसका विभिन्न देशों के लोगों और अर्थव्यस्थाओं पर दूरगामी प्रभाव होगा.
उन्होंने कहा कि कानून के अनुपालन के साथ प्रौद्योगिकी के जरिए सामाजिक सुरक्षा और सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को सीधे भुगतान इसका एक उदाहरण है. पीएम ने कहा कि चौथी औद्यागिक क्रांति का महत्व पूंजी के ज्यादा होगा. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में रोजगार के लिए अधिक कौशल की जरूरत होगी. साथ ही रोजगार का स्वरूप अस्थायी होगा.
इसी तरह औद्योगिक उत्पादन, डिजाइन और विनिर्माण प्रक्रिया में भी बदलाव होगा. पीएम मोदी ने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना है कि प्रौद्योगिकी में बदलाव की गति को हमारे पाठ्यक्रम में जगह मिले. जिसके लिए स्कूलों और विश्वविद्यालयों के पाठ्यक्रम को इस तरह से बदलने की जरूरत है कि युवाओं को भविष्य की जरूरतों के लिये तैयार किया जा सकें.