भारत समेत दुनिया भर में तेजी से बढ़ रही जनसंख्या और अनाज उत्पादन में लगातार आ रही गिरावट अब चिंता का सबब बन गई है. अगर इसमें लगाम नहीं लगाया गया, तो साल 2024 तक भारत चीन को पछाड़कर विश्व की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा. वर्तमान में भारत दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला देश है, जबकि चीन इस मामले में शीर्ष पर है.
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक विश्व की मौजूदा जनसंख्या 7.6 अरब है, जो साल 2050 तक बढ़कर 9.8 अरब हो जाएगी. यूएन के आर्थिक एवं सामाजिक विभाग के मुताबिक अगले सात साल में भारत की जनसंख्या चीन से भी ज्यादा हो जाएगी. वहीं, साल 2050 तक नाइजीरिया की आबादी अमेरिका से ज्यादा हो जाएगी. इसके साथ ही नाइजीरिया दुनिया का तीसरा सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन जाएगा.
फिलहाल भारत की जनसंख्या 1.3 अरब और चीन की 1.4 अरब है. भारत समेत दुनिया भर में तेजी से बढ़ रही जनसंख्या ने चिंता बढ़ा दी है. मोटे तौर पर हर साल 8.3 करोड़ आबादी बढ़ रही है, जबकि अनाज उत्पादन में तेजी से गिरावट दर्ज की जा रही है. साल 2030 तक दुनिया की आबादी 8.6 अरब और 2050 तक 9.8 अरब हो जाएगी. इतना ही नहीं, साल 2050 तक 60 या इससे ज्यादा उम्र के लोगों की संख्या दो गुनी से भी ज्यादा हो जाएगी.
वहीं, भारत में तेजी से बढ़ती आबादी पर अंकुश लगाने के मकसद सरकार देश के सात प्रदेशों में 146 जिलों में नई पहल करने जा रही है. देश की 28% आबादी अकेले इन्हीं जिलों में रहती है, ऐसे में सरकार यहां परिवार नियोजन सेवाओं को उन्नत बनाने के लिए 'मिशन परिवार विकास' कार्यक्रम शुरू करने जा रही है. यह ज़िले उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड और असम से है जहां प्रति महिला जन्में बच्चों की औसत संख्या (टीएफआर) तीन या उससे ज्यादा है. केँद्र ने कहा है कि टीएफआर सीधा संबंध मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर से है. हालांकि भारत की जनसंख्या वृद्धि दर में गिरावट आई है, लेकिन यह गति राज्यों में असमान है.