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दोनो देशों के बीच बेहतर रिश्ते के लिए पहल करने से पीछे हटा भारतः नवाज शरीफ

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि भारत के साथ अच्छे पड़ोसी संबंध की पाक की गंभीर इच्छा को उसके मुताबिक प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है. उन्होंने एक तुच्छ मुद्दे को लेकर द्विपक्षीय गतिरोध के जारी रहने को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया.

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नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ
नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि भारत के साथ अच्छे पड़ोसी संबंध की पाक की गंभीर इच्छा को उसके मुताबिक प्रतिक्रिया नहीं मिल रही है. उन्होंने एक तुच्छ मुद्दे को लेकर द्विपक्षीय गतिरोध के जारी रहने को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया.

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शरीफ ने सउदी गजट से एक इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के न्योते को स्वीकार कर एक असामान्य फैसला लिया लेकिन भारत ने उनके शांति प्रस्तावों पर प्रतिक्रिया नहीं की. पाकिस्तानी मीडिया ने बुधवार को शरीफ के हवाले से बताया, ‘मैंने प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का असामान्य फैसला लिया. मैं भारत के साथ मित्रता को उस स्थान से गंभीरता से आगे ले जाना चाहता हूं जहां यह मेरे पिछले कार्यकाल के दौरान छूट गया था.’

'जैसी चाहिए थी भारत से वैसी प्रतिक्रिया नहीं मिली'
उन्होंने कहा, ‘हालांकि, भारत के साथ अच्छे पड़ोसी देश के लिए हमारी इच्छा की उस जैसी प्रतिक्रिया नहीं मिली. भारत ने एकपक्षीय रूप से हमारी द्विपक्षीय वार्ता प्रक्रिया को एक तुच्छ चीज पर बंद कर दिया.’ उन्होंने पिछले साल विदेश सचिव स्तर की वार्ता भारत द्वारा रद्द किए जाने का हवाला देते हुए यह कहा. दरअसल, दिल्ली में नियुक्त पाकिस्तानी उच्चायुक्त ने कश्मीरी अलगाववादियों के साथ विचार विमर्श किया था.

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विदेश सचिव एस जयशंकर की पिछले महीने इस्लामाबाद यात्रा के बाद दोनों देश एक दूसरे के करीब बढ़ते नजर आए. इस यात्रा को दोनों देशों ने रिश्तों में जमी बर्फ को पिघलाने वाला बताया. पिछले साल मई में मोदी के शपथ ग्रहण समारोह से इतर दोनों प्रधानमंत्री अपने-अपने विदेश सचिवों को विभिन्न लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए वार्ता शुरू करने का निर्देश देने को राजी हुए थे.

'जम्मू-कश्मीर सबसे अहम मुद्दा'
शरीफ ने कहा, ‘हालांकि, हमारे साथ वार्ता बहाल करने की भारत की इच्छा के कोई संकेत नहीं हैं. हम जम्मू कश्मीर का मुद्दा सहित भारत के साथ सभी मुद्दों को सुलझाने के लिए रचनात्मक वार्ता करने को तैयार हैं.’ दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ाने वाली मुख्य वजह का हल कैसे किया जाएगा, के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में शरीफ ने कहा, ‘जम्मू कश्मीर पाकिस्तान और भारत के बीच मुख्य मुद्दा है.’

शरीफ ने कहा, ‘हमारी नीति इन सिद्धांतों पर आधारित है कि इस मुद्दे का हल संयुक्त राष्ट्र के प्रासंगिक प्रस्तावों और कश्मीर की जनता की आकांक्षाओं के आधार पर किया जाए. यह भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों को सामान्य बनाने के लिए जरूरी है.’

इनपुट भाषा से

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