सरकार ने 14 भारतीय छात्रों को सन फ्रांसिस्को से स्वदेश वापस भेजने का मामला अमेरिका के साथ मजबूती से उठाया है. वहीं कैलिफोर्निया के दो विश्वविद्यालयों ने दावा किया है कि अमेरिकी प्रशासन ने उन्हें ब्लैक लिस्ट में नहीं डाला है. भारतीय छात्रों को अमेरिका में प्रवेश से इनकार के लिए यही कारण बताया गया था.
मामले को जोरदार तरीके से उठाया: सुषमा
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा, ‘हमने एसवीयू सैन जोस और एनपीयू फ्रीमोंट में दाखिला लेने वाले छात्रों को स्वदेश वापस भेजने का मामला अमेरिकी विदेश मंत्रालय के समक्ष उठाया है. उनके जवाब का इंतजार है.’ विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, ‘हमने इस मामले को अमेरिका के समक्ष दिल्ली और वॉशिंगटन दोनों जगह जोरदार ढंग से उठाया है.’
19 भारतीयों को विमान में सवार होने से रोका था
एअर इंडिया ने गत रविवार की रात इन दो विश्वविद्यालय के लिए जाने वाले 19 भारतीय छात्रों को सन फ्रांसिस्को जाने वाली एक उड़ान में अमेरिकी सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा एजेंसी से मिले उस संदेश का हवाला देकर सवार होने से रोक दिया था जिसमें कहा गया था कि 14 भारतीय छात्रों को वापस भेजा जा चुका है क्योंकि ये विश्वविद्यालय जांच के घेरे में हैं.
स्वरूप ने कहा, ‘छात्रों को अमेरिकी आव्रजन प्राधिकरण की सलाह पर वापस भेजा गया. एअर इंडिया उनकी सलाह का पालन करने के लिए कर्तव्य से बंधी हुई है.’ हैदराबाद स्थित राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर छात्रों को सन फ्रांसिस्को की उड़ान में सवार होने से रोकने वाले एअर इंडिया ने कहा कि उसने यह कदम इसलिए उठाया ताकि छात्रों को असुविधा नहीं हो.
एअर इंडिया को चाहिए अमेरिका से हरी झंडी
एअर इंडिया ने निर्णय किया है कि वह इन विश्वविद्यालय के लिए जाने वाले छात्रों को तब तक स्वीकार नहीं करेगी जब तक उसे एअर इंडिया के अमेरिकी कार्यालय से इनकी यात्रा के लिए हरी झंडी नहीं मिल जाती.
दोनों विश्वविद्यालयों ने दी सफाई
इस बीच दो विश्वविद्यालयों, सिलिकन वैली यूनिवर्सिटी और नार्थ वेस्टर्न पॉलिटेक्निक यूनिवर्सिटी ने कहा कि अमेरिकी सीमा शुल्क एवं सीमा सुरक्षा ने उनसे कहा है कि उन्हें अमेरिकी सरकार या उसकी किसी भी एजेंसी द्वारा ब्लैक लिस्ट में नहीं डाला गया है. दोनों विश्वविद्यालयों ने कहा कि देश में हाल में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर प्रवेश स्थल पर सुरक्षा और पूछताछ बढ़ी है.
बागी विधायकों की सदस्यता समाप्त
असम विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वाले 9 विधायकों की सदस्यता सोमवार को समाप्त की जा चुकी है. विधानसभा अध्यक्ष प्रणब कुमार गोगोई ने सभी 9 विधायकों को अयोग्य घोषित कर दिया. ऐसा दल-बदल कानून के तहत किया गया है. ये विधायक बीते महीने ही बीजेपी में शामिल हुए थे. असम के बीजेपी अध्यक्ष सिद्धार्थ भट्टाचार्य ने कांग्रेस के नौ विधायकों के बीजेपी में शामिल होने की घोषणा की थी.