भारत से दुबई (संयुक्त अरब अमीरात) के लिए पैसेंजर्स फ्लाइट्स 23 जून से दोबारा शुरू हो रही हैं. लेकिन इससे पहले ये जान लेना जरूरी है कि भारत से सिर्फ उन्हीं यात्रियों को संयुक्त अरब अमीरात के लिए फ्लाइट्स की इजाजत दी जाएगी जिन्होंने कोविड-19 वैक्सीन की दोनों डोज़ ले रखी हैं और ये वैक्सीन यूएई की ओर से एप्रूव होनी चाहिए.
दुबई हेल्थ अथॉरिटी (DHA) की ओर से रविवार को साफ किया गया है कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका कोविड-19 वैक्सीन जिसे भारत में कोविशील्ड के ब्रांड नेम से बेचा जाता है, वो संयुक्त अरब अमीरात की ओर से एप्रूव्ड वैक्सीन है.
हेल्थ अथॉरिटी से यूएई के नागरिकों की ओर से सोशल मीडिया पर सवाल किया गया था कि क्या भारत में कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने लोगों को नए ट्रैवल प्रोटोकॉल्स के तहत यूएई लौटने के लिए यात्रा की अनुमति दी जाएगी. दुबई हेल्थ अथॉरिटी की ओर से इसके जवाब में एक ट्वीट में कहा गया- ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका वैक्सीन और कोविशील्ड दोनों समान वैक्सीन हैं.
कोवैक्सीन की तुलना में कोविशील्ड ने बनाई ज्यादा एंटीबॉडी: स्टडी
संयुक्त अरब अमीरात की ओर से जिन और वैक्सीन्स को मंजूरी दी गई है, उनमें फाइजर-बायोएनटेक, सिनोफार्म और स्पूतनिक V शामिल हैं.
@TheFaizanAnsari Thank you for contacting us. Oxford-AstraZeneca Vaccine and COVISHIELD are the same vaccine.
— هيئة الصحة بدبي (@DHA_Dubai) June 20, 2021
अथॉरिटी की ओर से ये स्पष्टीकरण दुबई की सुप्रीम कमेटी ऑफ क्राइसिस एंड डिसास्टर मैनेजमेंट की ओर से भारत, दक्षिण अफ्रीका और नाइजीरिया से आने वाले यात्रियों के लिए संशोधित ट्रेवल रूल्स की घोषणा के एक दिन बाद आया.
यूएई रेजीडेंसी वीसा होल्डर्स जो दुबई लौटना चाहते हैं उन्हें यूएई की ओर से अनुमोदित किसी कोविड-19 वैक्सीन की दोनों डोज लगी होनी चाहिए. ये नियम नए ट्रेवल प्रोटोकॉल्स के 6 नियमों में शामिल है.
बता दें कि नए ट्रेवल प्रोटोकॉल्स 23 जून से लागू किए जाने हैं, लेकिन अभी यात्रियों और ट्रेवल एजेंट्स को इनके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं है. ऐसे में यात्री अभी अपनी फ्लाइट्स टिकट बुक कराने से हिचक रहे हैं. वो पूरी तरह स्थिति साफ होने के बाद ही फ्लाइट्स पकड़ना चाहते हैं.
यूएई ने भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर में नए केसों की बड़ी संख्या को देखते हुए इस 24 अप्रैल से फ्लाइट्स को स्थगित कर दिया था. 23 जून से अमीरात एयरलाइन की भारत से फ्लाइट्स शुरू होने से यूएई के रहने वाले उन हजारों लोगों को राहत मिलेगी जो भारत में पिछले कई हफ्तों से अटके हुए हैं और यूएई लौटने का इंतजार कर रहे हैं.