scorecardresearch
 

डेनियल पर्ल के हत्यारे की सजा कम, PAK के खिलाफ FATF में शिकायत करेगा भारत

भारत ने डेनियल पर्ल मामले में पाकिस्तान की अदालत द्वारा दिए गए फैसले पर आपत्ति जताई है. उमर शेख की सजा कम करने पर अब भारत FATF के सामने पाकिस्तान की शिकायत करेगा.

Advertisement
X
उमर शेख (फोटो में) ने की थी डेनियल पर्ल की हत्या
उमर शेख (फोटो में) ने की थी डेनियल पर्ल की हत्या

Advertisement
  • उमर शेख की सजा कम करने पर भारत भड़का
  • FATF के सामने करेगा पाकिस्तान की शिकायत
पाकिस्तान की एक अदालत ने गुरुवार को अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या करने वाले आतंकी उमर शेख की मौत की सजा को बदल दिया. इस फैसले की अमेरिका से लेकर दुनिया के कई देशों ने आलोचना की है, अब भारत की ओर से भी इस पर आपत्ति जताई गई है. भारत फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की कमेटी के सामने इस मसले को उठाएगा. ये कमेटी आतंकवाद के खिलाफ उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा करती है.

उमर शेख ब्रिटेन में पैदा हुआ एक आतंकवादी है, जिसने साल 2002 में अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या कर दी थी. उमर शेख को पाकिस्तान की एक अदालत ने पहले मौत की सजा सुनाई थी, लेकिन गुरुवार को इस फैसले को बदल दिया गया और सिर्फ 7 साल की सजा दी गई.

Advertisement

इससे पहले अमेरिका ने भी इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि डेनियल पर्ल की हत्या के लिए दोषियों की सजा को पलटना हर जगह आतंकवाद के पीड़ितों के लिए संघर्ष का अपमान है.

PAK की अदालत ने डेनियल पर्ल के हत्यारे की सजा को बदला, अन्य 3 भी रिहा

कंधार मामले के बाद रिहा हुआ था उमर

बता दें कि उमर शेख सईद वो आतंकवादी है, जिसे भारत ने मसूद अजहर के साथ कंधार मामले के वक्त रिहा किया था. साल 1999 में कुछ आतंकियों ने इंडियन एयरलाइंस के विमान को हाईजैक कर लिया था, जिसके बाद सात दिनों तक चली बातचीत के बाद भारत सरकार ने तीन आतंकियों को रिहा करने की शर्त कबूल की थी.

इन तीन आतंकियों में मौलाना मसूद अजहर, अहमद ज़रगर और शेख अहमद उमर सईद शामिल थे.

गुरुवार को पाकिस्तान सिंध हाई कोर्ट ने इस मामले में एक फैसला सुनाया. जिसमें उमर सईद शेख की मौत की सजा को सात साल की सजा में बदल दिया. जबकि वह अबतक 18 साल की सजा काट चुका है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि वो अब रिहा हो जाएगा. इतना ही नहीं कोर्ट ने तीन अन्य दोषियों को रिहा कर दिया था.

Advertisement

गौरतलब है कि अमेरिकी पत्रकार डेनियल पर्ल 2002 में कराची आए थे और यहां आतंकियों के खिलाफ एक कहानी पर काम कर रहे थे. लेकिन उन्हें कुछ आतंकियों ने अगवा कर लिया था, बाद में हत्या कर दी गई थी.

Advertisement
Advertisement