यूएन जनरल असेंबली में भारत पाकिस्तान को जवाब दे सकता है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने कहा है कि जवाब देना एक देश का अधिकार है. निश्चित तौर पर इस अधिकार का इस्तेमाल होगा. भारत कश्मीर मुद्दे को सही परिप्रेक्ष्य में रखेगा.
गौरतलब है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा था कि कश्मीर की आजादी पर जनमत संग्रह होना चाहिए. संकेत है कि प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र महासभा में पाकिस्तान की बात का जवाब दे सकते हैं.
भारत की सभी राजनीतिक पार्टियों ने नवाज शरीफ के बयान की आलोचना की है. बीजेपी प्रवक्ता नलिन कोहली ने कहा, 'पाकिस्तान के रवैये से ऐसा लगता है कि वह भारत के साथ रिश्ते अच्छे करने के पक्ष में नहीं है.'
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने नवाज शरीफ के बयान को ज्यादा तवज्जो नहीं देने की बात की. उन्होंने कहा, 'यूएन में कश्मीर मुद्दा उठाना पाकिस्तान की पुरानी आदत है. हमें इसे नजरअंदाज करना चाहिए.'