India Today Conclave 2025: अमेरिका के वाणिज्य मंत्री हॉवर्ड लटनिक ने इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में कनाडा को अमेरिका में शामिल किए जाने के ट्रंप के प्रस्ताव पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि ट्रंप बिना बात कुछ भी नहीं बोलते बल्कि जो बोलते हैं, गंभीरता से बोलते हैं और उसमें सच्चाई होती है. लटनिक ने कहा कि कनाडा पूरी तरह से अमेरिका पर निर्भर है और वहां के युवा अमेरिका के साथ आना चाहते हैं. उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति जस्टिन ट्रूडो कनाडा की जनता के मालिक नहीं हैं.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कॉन्क्लेव में शामिल ट्रंप के मंत्री ने कहा, 'कुछ ही महीनों में सत्ता से जाने वाले राष्ट्रपति ट्रूडो कनाडा के लोगों के मालिक नहीं हैं. ट्रंप कहते हैं कि कनाडा अमेरिका पर पूरी तरह निर्भर है. कनाडा की अर्थव्यवस्था पूरी तरह अमेरिका पर निर्भर है तो क्या इससे नहीं लगता कि कनाडा अमेरिका का हिस्सा है? अगर कनाडा अमेरिका पर ही निर्भर है तो ट्रंप कनाडा की भलाई के बारे में सोचने का हक रखते हैं. कनाडा के युवा इससे खुश हैं कि कनाडा अमेरिका का हो जाए. अगर आप कनाडा के युवा लोगों पर सर्वे करते हैं तो आपको सच्चाई पता लगेगी.'
पनामा नहर पर क्या बोले ट्रंप के मंत्री?
डोनाल्ड ट्रंप पनामा नहर को भी अमेरिका में मिलाने की बात कह चुके हैं. इस संबंध में लटनिक ने कहा, 'पनामा नहर की बात करें तो अमेरिका ने ही इसे बनाया है और हमने इस पर खरबों डॉलर खर्च किया है. जिमी कार्टर ने पनामा को ये नहर दे दिया कि वो किसी अन्य देश से इसे लेकर कोई समझौता नहीं करेगा लेकिन पनामा ने नहर पर चीनियों का प्रभुत्व जमने दिया. चीन नहर पर बांध बना रहा है, बंदरगाहों पर बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा है.'
उन्होंने आगे कहा, 'पनामा नहर के आसपास 70% चीजें चीनियों की ही दिखती है इसलिए डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ये सब बदलना होगा. मैं वादा करता हूं कि ये होकर रहेगा.'
राष्ट्रपति ट्रंप ग्रीनलैंड को भी अमेरिका में मिलाने की बात कह चुके हैं. ग्रीनलैंड पर डेनमार्क का नियंत्रण है लेकिन इसका कुछ हिस्सा स्वायत्त क्षेत्र है. यह अमेरिका के लिए रणनीतिक रूप से बेहद अहम है. ट्रंप के ग्रीनलैंड को अमेरिका में मिलाने के प्रस्ताव का उनके मंत्री समर्थन करते दिखे.
उनकी इस बात पर इंडिया टुडे ग्रुप के न्यूज डायरेक्टर राहुल कंवल ने कहा कि फिर चीन भी ताइवान के साथ ऐसा कर सकता है.
जवाब में ट्रप के मंत्री ने कहा, 'मैं नहीं कहता कि हम ग्रीनलैंड को हड़प लेंगे बल्कि हम वहां के लोगों की बात सुन रहे हैं. वहां के लोगों की राय हमारे लिए मायने रखती है. हम बल का इस्तेमाल नहीं करेंगे और अगर ग्रीनलैंड, कनाडा के लोग अमेरिका में शामिल होना चाहेंगे, तब ही हम ऐसा करेंगे. लेकिन ताइवान चीन का हिस्सा नहीं बनना चाहता. यह अलग चीज है अगर वहां के लोग चाहते हैं तो चीन का हिस्सा हो सकते है.'