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'वो क्रिमिनल थे', US से अवैध प्रवासी भारतीयों को बेड़ियां बांधकर डिपोर्ट करने पर बोले पूर्व मंत्री पोम्पियो

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पियों ने कई अहम मुद्दों पर बातचीत की. अवैध प्रवासियों के हाथ-पैर बांधकर वापस भेजने को लेकर पोम्पियो ने कहा कि, जिन लोगों को अमेरिका से भारत भेजा गया वह सभी हिंसक अपराधी थे, उनमें कई तो सजायाफ्ता भी थे.

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माइक पोम्पियो
माइक पोम्पियो

इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में अमेरिका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पियों ने कई अहम मुद्दों पर बातचीत की. अवैध प्रवासियों के हाथ-पैर बांधकर वापस भेजने को लेकर पोम्पियो ने कहा कि वह लोग क्रिमिनल थे. उन्होंने कहा कि, जिन अवैध प्रवासियों को अमेरिका से भारत भेजा गया वह न सिर्फ हिंसक अपराधी थे, बल्कि उनमें कई तो सजायाफ्ता भी थे. दुनिया को लगता है कि अवैध प्रवासियों को इस तरह से भेजकर ट्रंप कोई ट्रिक खेल रहे हैं लेकिन ऐसा नहीं है. ट्रंप का इस मामले में संदेश साफ है कि, जो भी अवैध तरीके से अमेरिका में घुसपैठ करेगा, उसे वापस उसी के देश भेज दिया जाएगा. 

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माइक पोम्पियो ने कहा कि, बाइडन सरकार के चार सालों में अमेरिका का इमिग्रेशन सिस्टम काफी बिगड़ गया था जिसे अब ट्रंप ठीक कर रहे हैं. माइक पोम्पियो ने कहा कि, जो ट्रंप कर रहे हैं यह अमेरिका और अमेरिकी लोगों की सुरक्षा के लिए काफी जरूरी है. माइक पोम्पियो ने कहा कि, हर एक देश के लिए ऐसा करना जरूरी है. 

पहले की तरह रहेंगे भारत और अमेरिका के संबंध- माइक पोम्पियो
माइक पोम्पियो ने कहा कि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ जिस तरह पहले कार्यकाल में रिश्ते बनाए रखे थे, उसी तरह दूसरे कार्यकाल में भी बनाए रखेंगे. माइक पोम्पियो ने कहा कि, ट्रंप खुद को टैरिफ मैन बोलते हैं और उन्हें लगता है कि टैरिफ लगाना काफी जरूरी है.

पोम्पियो ने कहा कि, ट्रंप मानते हैं दो देशों के बीच द्विपक्षीय घाटा नहीं होना चाहिए. माइक पोम्पियो ने कहा कि, उन्हें पूरा भरोसा है कि टैरिफ के मामले में भारत और अमेरिका के रिश्ते खराब नहीं होंगे. दोनों देशों के विदेश मंत्री और अधिकारी भी मिलकर इस पर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि, टैरिफ लगाकर ट्रंप ने जो चुनाव के समय अमेरिकी लोगों से वादा किया है, वह उसे पूरा कर रहे हैं. 

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ट्रंप प्रशासन को कैसे डील किया जाए, इस सवाल पर माइक पोम्पियो ने कहा कि, वह भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नहीं बता सकते हैं कि उन्हें ट्रंप को कैसे डील करना चाहिए, यह सब वह मुझसे ज्यादा जानते हैं. कई चीजों के बीच मुद्दे हो सकते हैं लेकिन इनका असर दोनों देशों के संबंधों पर नहीं हो सकता है.

वहीं अमेरिका में खालिस्तानियों पर ट्रंप सख्ती को लेकर माइक पोम्पियो ने कहा कि, यह तो साफ है कि इस मामले में डोनाल्ड ट्रंप सरकार की पॉलिसी बाइडन सरकार की तरह नहीं रहेगी. हालांकि, अब वह सरकार में नहीं है और यह संवेदनशील मुद्दा है, इसलिए इस मामले में ज्यादा नहीं कहेंगे.

इस बार और ज्यादा तैयारी से आए हैं ट्रंप- माइक पोम्पियो
इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में बात करते हुए माइक पोम्पियो ने कहा कि, उन्हें नहीं लगता है कि इस बार ट्रंप अपने पहले कार्यकाल से कुछ अलग हैं. बस वह इस बार और ज्यादा तैयारी से आएं हैं. उन सभी एजेंडा के साथ आए हैं जो पहले कार्यकाल में शुरू किए थे. माइक पोम्पियो ने कहा कि, आज वह जब भी उन्हें देखते हैं तो लगता है यह पुराने वाले ट्रंप ही हैं. 

वहीं ट्रंप के व्यापारी नजरिए को लेकर माइक पोम्पियो ने कहा कि, लोगों से व्यापारी संबंध बनाना ट्रंप को पसंद हैं. उन्हें डील करने में मजा आता है.

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माइक पोम्पियो ने कहा कि, जब वह ट्रंप के पहले कार्यकाल में कुछ समय के लिए सीआईए डायरेक्टर थे तो वह रोज ट्रंप को ब्रीफ करते थे. एक दिन इसी बीत उन्होंने अन्य मौजूद सभी लोगों को कमरे से बाहर भेजा और फिर कहा कि माइक तुम मुझसे बंदूक, सबमरीन की बात करते हो लेकिन इसके लिए पैसा कहां से आएगा. उन्होंने भी यह सोचा कि बात तो ट्रंप ठीक कह रहे हैं. 

माइक पोम्पियो ने कहा कि, डोनाल्ड ट्रंप वाकई में अच्छे डील मेकर हैं. वह राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक सुरक्षा, उनके लिए यह दोनों चीजें सबसे पहले रहती हैं.

एलन मस्क की 'डोज' अपॉइंटमेंट के सवाल पर माइक पोम्पियो ने कहा कि, एलन मस्क काफी यूनिक कैरेक्टर हैं. उन्होंने बिजनेस के क्षेत्र में काफी बड़ा काम किया है. अब वह डोज का हिस्सा बने हुए हैं. डोज के लिए खर्चों में कटौती करना आसान नहीं है. यह कटौती जरूरी थी. लोगों को पैसा लेने की आदत बन जाती है. इसलिए यह जरूरी था कि एक बार फिर से इन सब चीजों पर ध्यान दिया जाए. 

ट्रंप अमीर लोगों से क्यों घिरे रहते हैं, इस सवाल पर माइक पोम्पियो ने कहा कि, इस चीज के लिए ट्रंप को जज नहीं किया जा सकता है. हमारी सरकार में पहले भी अमीर लोग रहे हैं जिन्होंने मेहनत के साथ काम भी किया है.

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