संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में मानवाधिकार पर श्रीलंका के खिलाफ अमेरिका समर्थित प्रस्ताव पारित हो गया है. भारत ने श्रीलंका के खिलाफ मतदान किया. श्रीलंका के खिलाफ प्रस्ताव के पक्ष में 25 और विपक्ष में 13 मत पड़े तथा आठ देश मतदान से अनुपस्थित रहे.
भारत ने श्रीलंका के खिलाफ अमेरिका समर्थित प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया जबकि पाकिस्तान ने यूएनएचआरसी में प्रस्ताव के विपक्ष में मतदान किया.
गौरतलब है कि दो दिन पहले ही इसी मुद्दे पर यूपीए की महत्वपूर्ण सहयोगी डीएमके ने केंद्र सरकार से समर्थन वापस ले लिया है जिससे भारत में राजनीतिक हलचल बढ़ गई.
भारत ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में कहा, 'हम श्रीलंका के संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयुक्त को निमंत्रण पर गौर करते है, हम उनसे इस संबंध में जल्द से जल्द कार्रवाई की अपील करते हैं.
इस प्रस्ताव को काफी हल्का किया गया है. लिखित संशोधनों के जरिए भारत ने नयी विषय वस्तु को शामिल करवाया है. इसमें भारत ने आह्वान किया है कि मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों और श्रीलंका की ओर से दूसरी जवादेहियों की स्वीकार्यकता के संदर्भ में स्वतंत्र एवं विश्वस्नीय जांच कराई जाए.
श्रीलंका में सुलह और जवाबदेही को बढ़ावा देने से जुड़े प्रस्ताव को लेकर भारत के स्थानीय प्रतिनिधि दिलीप सिन्हा ने कहा, ‘हमने मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों और नागरिकों के मारे जाने को लेकर स्वतंत्र एवं विश्वसनीय जांच का अपना आह्वान दोहराया है.’