चीन में कोरोना ने एक बार फिर तबाही मचा रहा है. चीन में कोरोना के इस कहर ने दुनियाभर को चिंता में डाल दिया है. ऐसी कई तस्वीरें सामने आ रही हैं, जो रोंगटे खड़े कर देने वाली हैं. अस्पताल में उमड़ रही भीड़ और कब्रिस्तान के बाहर लंबी-लंबी कतारों से कोरोना के तांडव का अंदाजा लगाया जा सकता है. इन सबके बीच चीन ने लॉकडाउन और उससे जुड़ी तमाम तरह की पाबंदियां हटा दी हैं.
चीन में मौजूद एक भारतीय डॉक्टर ने वहां के मौजूदा हालातों से वाकिफ कराया. चीन के झेजियांग प्रांत में अपने परिवार के साथ रहने वाले भारतीय डॉक्टर अभिषेक कुंडू ने बताया कि चीन में रोजाना की दर से 10 लाख केस सामने आ रहे हैं.
'रोजाना कोरोना के 10 से 15 लाख केस'
डॉ. कुंडू ने कहा कि चीन के झेजियांग में हर रोज 10 से 15 लाख केस सामने आ रहे हैं. यहां हालात इतने खराब हैं कि अस्पतालों में बेड कैपेसिटी बढ़ाने की लगातार शिश की जा रही है. पहले अगर किसी अस्पताल की दो मंजिल तक कोरोना के मरीज थे, तो अब वहीं उस अस्पताल के चार मंजिल तक सिर्फ कोरोना के पेशेंट एडमिट हैं. हर रोज व्यवस्था दुरुस्त करने की कोशिश की जा रही है.
'सिर्फ अस्पताल जाने वालों की टेस्टिंग'
डॉक्टर अभिषेक बताते हैं कि लॉकडाउन की पाबंदियां हटाने से पहले सभी इलाकों में टेस्टिंग बहुत जबरदस्त तरीके से होती थी. सरकारी कर्मचारी आए दिन लोगों के घरों तक पहुंचकर टेस्ट करते थे, लेकिन अब इस तरह की टेस्टिंग नहीं हो रही है. कोविड टेस्ट अब सिर्फ उन्हीं लोगों का हो रहा है, जो खुद अस्पताल पहुंच रहे हैं या फिर बाजार से किट खरीदकर अपने आप टेस्ट कर रहे हैं.
'सभी भारतीय सुरक्षित, कोविड हुआ लेकिन ठीक हो गए'
डॉक्टर अभिषेक और उनका परिवार पिछले 10 दिन से कोविड पॉजटिव हैं लेकिन सभी की हालत ठीक है. अभिषेक बताते हैं कि उनके आसपास 800 से ज्यादा भारतीय परिवार रहते हैं. भारतीय लोगों को भी कोरोना हुआ है लेकिन अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं आई है.
डॉक्टर अभिषेक बताते हैं कि कोरोना का नया वेरिएंट बहुत तेजी से फैलता है लेकिन इसकी चपेट में आने वाले अधिकतर लोग ठीक हो रहे हैं. सबसे ज्यादा मौत बुजुर्गों की हो रही है क्योंकि चीन में बुजुर्गों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ था.
'भारत में कोरोना के नए वेरिएंट का ज्यादा असर नहीं होगा'
डॉक्टर अभिषेक बताते हैं कि कोरोना के नए वेरिएंट का भारत में बहुत ज्यादा असर देखने को नहीं मिलेगा क्योंकि भारत में अधिकतर लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है और अधिकतर लोगों ने बूस्टर डोज भी ले ली है. चीन में भी जिन लोगों का वैक्सीनेशन हुआ था, उनमें इस वेरिएंट का ज्यादा असर नहीं देखा गया. हालांकि फिर भी डॉक्टर अभिषेक मानते हैं कि भारत सरकार फिलहाल कोविड के नए वेरिएंट को लेकर जिस तरह के एहतियात बरत रही हैं, वह काबिले तारीफ है.
बता दें कि चीन में एक ओर कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, तो वहीं दूसरी ओर वहां सारी पाबंदियां और सख्तियां हटाई जा रही हैं. चीन में 8 जनवरी से सब कुछ खोल दिया जाएगा. चीन आने वाले यात्रियों को क्वारंटीन भी नहीं रहना होगा. इससे दुनिया के सामने फिर से वही संकट खड़ा होता दिख रहा है, जैसा तीन साल पहले हुआ था.
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