scorecardresearch
 

मालदीव से लौटने के लिए सरकार के निर्देशों का इंतजार करेंगे भारतीय सैनिक

बीते कई सालों से मालदीव में भारत की सेना की एक छोटी टुकड़ी वहां तैनात हैं. मालदीव की पिछली सरकार के आग्रह पर भारत सरकार ने अपने सैनिकों को वहां तैनात किया था. समुद्री सुरक्षा और आपदा राहत कार्यों में मदद के लिए भारतीय सेना की एक टुकड़ी को मालदीव में तैनात किया गया है.

Advertisement
X
मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू और भारतीय पीएम मोदी
मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू और भारतीय पीएम मोदी

भारतीय सैनिक मालदीव को खाली करने के मुद्दे पर सरकार के निर्देशों का इंतजार कर रही है. मालदीव के राष्ट्रपति ने भारतीय सैनिकों को 15 मार्च तक देश छोड़ने के लिए कहा है. मालदीव राष्ट्रीय रक्षा बल (एमएनडीएफ) के अनुसार, भारत के वर्तमान में 77 भारतीय सैनिक और संपत्तियां हैं जिन्हें 15 मार्च तक देश छोड़ना होगा. रक्षा सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि भारतीय सेना मालदीव को खाली करने के मुद्दे पर सरकार के निर्देशों का इंतजार कर रही है.

Advertisement

बीते कई सालों से मालदीव में भारत की सेना की एक छोटी टुकड़ी वहां तैनात हैं. मालदीव की पिछली सरकार के आग्रह पर भारत सरकार ने अपने सैनिकों को वहां तैनात किया था. समुद्री सुरक्षा और आपदा राहत कार्यों में मदद के लिए भारतीय सेना की एक टुकड़ी को मालदीव में तैनात किया गया है. पिछले साल नवंबर में मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि उनके देश को उम्मीद है कि भारत लोगों की लोकतांत्रिक इच्छा का सम्मान करेगा.

मुइज्जू शनिवार को चीन की पांच दिवसीय यात्रा से स्वदेश लौटे थे. उन्होंने मालदीव पहुंचते ही कह दिया था कि हमारा देश भले ही छोटा है लेकिन हमें बुली करने का लाइसेंस किसी के पास नहीं है. हालांकि, मुइज्जू ने प्रत्यक्ष तौर पर किसी का नाम लेकर ये बयान नहीं दिया है. लेकिन माना जा रहा है कि उनका निशाना भारत की तरफ है.

Advertisement

करीब एक दशक पहले भारत ने मालदीव को ध्रुव हेलीकॉप्टर दिए थे और डोर्नियर विमान भी दिया था. भारतीय रक्षा बल इन क्राफ्ट की देखभाल करते हैं और वहां के लोगों को ट्रेनिंग देते हैं.

हर साल दो लाख से ज्यादा लोग मालदीव जाते हैं
भारत से हर साल दो लाख से ज्यादा लोग मालदीव जाते हैं. मालदीव में मौजूद भारतीय उच्चायोग के आंकड़ों की मानें तो साल 2022 में 2 लाख 41 हजार और 2023 में करीब 2 लाख लोगों ने मालदीव का दौरा किया है. ऐसे में अगर लक्षद्वीप जैसे भारतीय द्वीपों को बढ़ावा दिया जाएगा तो जाहिर है भारत से मालदीव जाने वाले लोगों की संख्या कम हो जाएगी, जिसका वहां के पर्यटन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा.

'इंडिया आउट' अभियान का मुद्दा उठाया
जब से मोहम्मद मुइज्जू मालदीव के राष्ट्रपति चुने गए हैं, तब से भारत के साथ देश के संबंधों में तनाव बना हुआ है. उन्होंने आते ही 'इंडिया आउट' अभियान का मुद्दा उठा दिया. उनका कहना है कि वे अपनी जगह किसी दूसरे देश की मौजूदगी नहीं चाहते. मुइज्जू को चीन समर्थक माना जाता है.

भारत का पड़ोसी देश मालदीव हिंद महासागर पर स्थित है और इसलिए यह सुरक्षा की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है. यहां की नई सरकार चीन के करीब नजर आ रही है. मालदीव के नए राष्ट्रपति ने अपने चुनाव प्रचार में ही 'इंडिया आउट' का नारा दिया था. इसलिए भारत सरकार की ओर से संतुलित रुख बरकरार रखा गया है, जबकि मालदीव की ओर से लगातार कई बातें कही जा रही हैं.

Live TV

Advertisement
Advertisement