‘पंछी नदिया पवन के झौंके, कोई सरहद न इन्हें रोके.’ रिफ्यूजी फिल्म का यह गाना अपने आप में काफी कुछ कहता है. प्यार कभी भी मजहब और धर्म की दीवारों को नहीं मानता और उसे भौगोलिक सरहदों से भी कोई सरोकार नहीं है. अपने प्रेमी से मिलने के लिए सदियों से लोगों ने न जाने कैसे-कैसे कष्ट सहे हैं और कितनी तिगड़में भिड़ायी हैं. ताजा मामला एक हिन्दुस्तानी लड़की का प्रेमी से मिलने के लिए पाकिस्तान पहुंचने का है.
पाकिस्तान ने उस भारतीय युवती को वापस भेज दिया जो फर्जी पासपोर्ट के सहारे अपने प्रेमी से मिलने के लिए दोहा से लाहौर पहुंच गई थी. गुजरात की रहने वाली नागिता रमेश शुक्रवार को दोहा से लाहौर अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची थी. वह मुल्तान शहर में रहने वाले अजहर नामक युवक के पास आई थी. सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट के जरिए नागिता और अजहर के बीच प्यार परवान चढ़ा था.
इमिग्रेशन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि वह सुबह की उड़ान से यहां पहुंची थी. उसके दस्तावेजों की जांच करने के बाद हमने उसे हिरासत में लिया और फिर दोहा भेज दिया गया. उसने जांच अधिकारियों को बताया कि वह अजहर से प्रेम करती है और इस्लाम स्वीकार करना चाहती है.
उसके फर्जी पाकिस्तानी पासपोर्ट पर निमरा नाम दर्ज था. अजहर उसे लेने के लिए हवाई अड्डे पहुंचा था और जांच अधिकारियों ने उससे भी पूछताछ की. बाद में उसे मुल्तान जाने दिया गया. इस्लामाबाद में भारतीय अधिकारियों ने कहा कि इस बारे में उन्हें आधिकारिक तौर पर जानकारी नहीं मिली है.