केन्या की राजधानी नैरोबी के मॉल में हुए आतंकवादी हमले में एक भारतीय नागरिक को इसलिए गोली मार दी गई, क्योंकि वह हमलावर के इस्लाम के संदर्भ में पूछे गए सवाल का जवाब नहीं दे पाया.
वेबसाइट 'द गार्जियन डॉट कॉम' के मुताबिक, जोशुआ हाकिम ने बंदूकधारियों को देखा, जिनमें से कुछ किशोर नजर आ रहे थे. उन्होंने हथियारों से लैस बेल्ट पहन रखा था. उनके पास एके-47 राइफलें थीं. उसने कहा, 'वे अंधाधुंध गोलियां चला रहे थे, उन्होंने कई लोगों को गोलियां मार दीं.'
गोलीबारी के दौरान बंदूकधारियों ने मुसलमान नागरिकों की पहचान और उन्हें रिहा करने के लिए स्वाहिली भाषा में बातचीत की. हाकिम ने उसके पहचान पत्र के ईसाई नाम को अपने अंगूठे से छिपा रखा था और एक हमलावर से बातचीत की. उसने उसे अपना पहचान पत्र दिखाया. उसने कहा, 'उन्होंने मुझे जाने को कहा. इसके बाद एक भारतीय आगे आया और उन्होंने पूछा, 'मुहम्मद की मां का क्या नाम है? जब वह जवाब नहीं दे पाया तो उन्होंने उसे गोली मार दी.'
अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वह भारतीय नागरिक इस गोलीबारी में घायल हुआ है या फिर उसकी मौत हो गई है. नैरोबी के इस मॉल में शुरू हुई गोलीबारी में अब तक 68 लोगों की मौत हो चुकी है और 175 से अधिक घायल हुए हैं.